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सिगरेट-तंबाकू नहीं छोड़ा तो कटवाने पड़ेंगे हाथ-पैर, देश में तेजी से बढ़ रही ये नई बीमारी

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पूरी दुनिया में हर एक लाख लोगों में 12 से 20 लोगों को यह बीमारी होती है। हालांकि, भारत में इसके केस ज्यादा सामने आते हैं, अमेरिका और यूरोप के मुकाबले। भारत में पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (PAD) के लगभग 45 से 60 फीसदी मरीजों को बरगर डिजीज होती है।

Buerger Disease
inkhbar News
  • Last Updated: April 16, 2025 16:41:13 IST

Buerger Disease: सिगरेट और तंबाकू के सेवन से अब सिर्फ कैंसर का ही खतरा नहीं है, बल्कि इसकी वजह से ऐसी रेयर डिजीज हो सकती है, जिससे हाथ-पैर तक कटवाने पड़ सकते हैं। इस बीमारी का नाम बरगर डिजीज है, जिसे थ्रॉम्बोएंजाइटिस ओब्लिटेरेंस भी कहा जाता है।

1 लाख में 12-20 को बीमारी

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पूरी दुनिया में हर एक लाख लोगों में 12 से 20 लोगों को यह बीमारी होती है। हालांकि, भारत में इसके केस ज्यादा सामने आते हैं, अमेरिका और यूरोप के मुकाबले। भारत में पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (PAD) के लगभग 45 से 60 फीसदी मरीजों को बरगर डिजीज होती है। बता दें कि PAD एक ऐसी बीमारी है, जिसमें आर्टरीज के सिकुड़ने से लेकर हाथ और पैर में ब्लड फ्लो भी कम होने की समस्या होती है।

जानें क्या है बरगर डिजीज?

डॉक्टरों के मुताबिक स्मोकिंग करने वाले ज्यादातर लोगों को बरगर डिजीज होती है। इसमें पैरों, हाथों और उंगलियों की ब्लड वेसल्स में सूजन आने लगती है, जिससे ब्लड फ्लो कम हो जाता है। जिसके कारण ब्लड वेसल्स में क्लॉटिंग भी होने लगती है। वहीं, हाथों और पैरों में पर्याप्त ब्लड नहीं पहुंचने की वजह से इन्फेक्शन बढ़ने का जोखिम बढ़ जाता है। जिस वजह से टिश्यूज डैमेज होने लगते हैं, जो गैंगरीन का रूप ले लेते हैं। गंभीर मामलों में गैंगरीन से प्रभावित अंगों को काटना (एंप्यूटेशन) भी पड़ सकता है।

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