क्या आपको जानते हैं घर पर बना खाना भी अनहेल्दी हो सकता है। आइए जानते हैं किचन में रखी ऐसी 5 चीजों के बार में जो आपके शरीर में धीमे जहर जैसा काम करती है।
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में काम का दबाव, मानसिक तनाव और शारीरिक थकान आम समस्या बन गई है। खासतौर पर जब हम दिनभर ऑफिस या अन्य कार्यों में व्यस्त रहते हैं, तो घर लौटने के बाद शरीर और दिमाग दोनों ही थकान महसूस करते हैं।
आजकल की अनियमित जीवनशैली और गलत खान-पान के कारण डायबिटीज़ एक आम समस्या बन गई है। खासतौर पर, कुछ लोगों को सुबह उठते ही ब्लड शुगर बढ़ने की शिकायत होती है। यदि आपकी भी यही समस्या है, तो आपको अपनी दिनचर्या और खान-पान में कुछ बदलाव करने की जरूरत है।
आजकल बालों की समस्याएं आम होती जा रही हैं जैसे बालों का झड़ना, रूसी, पतले और बेजान बाल आदि। इन समस्याओं से निजात पाने के लिए कई लोग महंगे केमिकल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन प्राकृतिक उपायों से भी बेहतरीन परिणाम पाए जा सकते हैं।
बाबा रामदेव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में बाबा रामदेव शिलाजीत खाकर घोड़े से भी तेज दौड़ते दिख रहे हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है।
शुक्राणुओं की कम संख्या या खराब गुणवत्ता, पुरुष बांझपन का कारण बन सकता है। ऐसे में आप सोच रहे होंगे की बच्चा पैदा करने के लिए स्पर्म की कितनी मात्रा होनी चाहिए? तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।
भारत के लगभग हर घरों के रसोई में आपको इलायची मिल जाएगी लेकिन क्या आपको पता है इसका सेवन करने से क्या होता है? चलिए जानते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और हेल्दी फैट से भरपूर आहार लेने से त्वचा की सेहत में सुधार होता है और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी होती है। ये पांच चीजें एजिंग को छुपा सकती हैं।
चुकंदर एक ऐसा फल है जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है. इसमें विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं. डॉक्टर शरीर में खून की कमी होने पर इसे अपनी डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं.
क्या आपने कभी सोचा है कि अगर आप सिर्फ 14 दिन यानी दो हफ्ते तक चीनी का सेवन पूरी तरह बंद कर दें तो आपके शरीर में कितने बदलाव हो सकते हैं। चीनी छोड़ने के शुरुआती कुछ दिन आपके लिए कठिन हो सकते हैं। शरीर को अचानक शक्कर न मिलने पर वह इसकी मांग करता है, जिससे थकान, सिरदर्द, मूड स्विंग्स और हल्की चिड़चिड़ाहट हो सकती है। लेकिन यह असर कुछ दिनों तक ही रहता है, उसके बाद शरीर खुद को नए ढर्रे में ढालने लगता है।