Pahalgam Tourist Places: शहर की भीड़भाड़ से दूर शांति के लिए पहलगाम एक परफेक्ट टूरिस्ट प्लेस है, पहलगाम में घोड़े की सवारी का भी अपना मजा है। इसी वजह से कई बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग यहां हुई है। पहलगाम को स्वास्थ्य रिसोर्ट के नाम से भी जाता है, यह उत्तरी भारत का एक शीर्ष पर्यटन स्थल है। हर साल अमरनाथ यात्रा की शुरुआत भी पहलगाम से होती है। यह शहर हरे-भरे पहाड़ों से घिरा और लिद्दर नदी के तट पर स्थित है। यहां की वादियां जन्नत से कम नहीं लगती हैं।
पहलगाम जाने के लिए श्रीनगर पहुंचना पड़ता है, दिल्ली से श्रीनगर की फ्लाइट 5 हजार में मिलती है। राउंड ट्रिप फेयर 10 हजार होता है। श्रीनगर से टैक्सी लेकर पहलगाम आसानी से पहुंचा जा सकता है। प्राइवेट कैब का किराया 250 से 300 रुपये हो सकता है और शेयरिंग बेसिस पर 500 से 800 रुपये किराया लगता है। होटल और गेस्ट हाउस में रुकने का रेंट 800 से डेढ़ हजार पर नाइट होता है। ट्रेकिंग समेत अन्य एडवेंचर एक्टिविटीज के चार्जेस अलग-अलग होते हैं। ऐसे में प्रति व्यक्ति 20 हजार खर्च करके पहलगाम आसानी से घूम सकता है।
बेताब घाटी-पहलगाम से 15 किलोमीटर दूर स्तिथ बेताब घाटी अमरनाथ तीर्थयात्रा के रास्ते पर स्थित है। इसे कश्मीर का बॉलीवुड माना जाता है। कई फिल्मों और सीरियल की शूटिंग यहां पर होती है। अपने हरे-भरे घास के मैदानों, बर्फ से ढकी पर्वत चोटियों और नदियों के साथ बेताब घाटी एक शानदार पिकनिक स्थल है।
अमरनाथ यात्रा-अमरनाथ यात्रा शहर गुफा मंदिर के रास्ते में पड़ता है, जो पैदल यात्रा करने वाले कई तीर्थयात्रियों के लिए रात का पड़ाव है। अमरनाथ शिवलिंग सर्दियों के अंत में बनता है और गर्मियों के अंत तक बना रहता है। गुफा केवल श्रावण मास में ही खुलती है जो जुलाई या अगस्त में पड़ता है।
बैसरन घाटी– पहलगाम की बैसरन घाटी बेहद खूबसूरत है। देवदार के पेड़ और बर्फ से ढके पहाड़ और खूबसूरत हरा-भरा घास का मैदान यहां देखने लायक है। यहां ट्यूलियन झील पर कैंपिंग करने के लिए लोग आते हैं। इस जगह आपको धरती पर स्वर्ग जैसा अहसास होगा।
लिड्डर नदी -73 किलोमीटर लंबी नदी है जो 4653 मीटर की ऊंचाई पर कोलहोई ग्लेशियर से शुरू होती है और लिद्दरवाट के अलपाइन घास के मैदानों से होकर बढ़ती है। यह पहलगाम के आकर्षण को और बढ़ा देती है।
ममलेश्वर मंदिर -ममलेश्वर मंदिर का इतिहास 12 वीं शताब्दी से जुड़ा हुआ है। यह एक विशिष्ट मंदिर है, जिसके अंदर शिवलिंग है। दिव्य ममलेश्वर मंदिर के दर्शन बिना पहलगाम का दौरा अधूरा है।
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