मध्य प्रदेश के इंदौर को भिखारी मुक्त शहर बनाने के लिए जिला प्रशासन ने कड़ा कदम उठाने का फैसला किया है। कलेक्टर ने जानकारी दी कि शहर में भिखारियों रोक लगाने के लिए पहले ही आदेश जारी किए जा चुके हैं। वहीं 31 दिसंबर 2024 तक इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले चौकाने वाला मामला सामने आया है, जहां शादी के अगले ही दिन, सुहागरात के दौरान दुल्हन ने अपने पति राजदीप को एक गिलास दूध दिया। दूध पीते ही राजदीप बेहोश हो गया।
मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में रविवार को एक दर्दनाक हादसे में 13 साल की बच्ची झूला झूलते समय गंभीर रूप से घायल हो गई। यह घटना दिगौड़ा थाना क्षेत्र के बगराज माता मंदिर परिसर में आयोजित मेले के दौरान हुई। घटना के तुरंत बाद बच्ची को गंभीर हालत में जिला अस्पताल ले जाया गया।
मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले से एक अनुसूचित जनजाति हॉस्टल में शनिवार देर रात सिलेंडर फटने से बड़ा हादसा हो गया. इस घटना में 9 बच्चे घायल हो गए, जिनमें से एक बच्चे का पैर कट गया और उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
मध्य प्रदेश के दमोह में दलित दूल्हे को घोड़ी पर बैठाना बग्घी मालिक को महंगा पड़ गया। गांव के कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया। उन्होंने बग्घी मालिक, उसके दो साथियों और घोड़ी की पिटाई कर दी।
मध्य प्रदेश में मोहन यादव सरकार के अंदर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। बताया जा रहा है कि दो वरिष्ठ नेता राज्य सरकार की कार्यशैली से दुखी हैं।
मध्य प्रदेश के उज्जैन से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक को हिंदूवादी संगठनों ने पकड़ा और इस मामले को लेकर वहां मौजूद कुछ लोगों ने युवक से बातचीत के बाद उसकी जमकर पिटाई कर दी।
AIIMS में डॉक्टर्स की टीम ने एक 3 साल की बच्ची की आंख से लेकर मस्तिष्क तक फंसी पेंसिल को बड़ी ही सावधानी और सफलतापूर्वक निकाल लिया। बताया जा रहा है कि बच्ची एक आंगनवाड़ी में दुर्घटनावश घायल हो गई थी।
मेरिट लिस्ट और काउंसलिंग प्रक्रिया को रद्द करते हुए हाईकोर्ट ने कहा कि नियमों का पालन किए बिना तैयार की गई लिस्ट से चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता का उल्लंघन हुआ है। कोर्ट ने आदेश दिया कि सभी सेवारत डॉक्टरों को नई मेरिट लिस्ट में उनके अतिरिक्त अंकों का पूरा लाभ दिया जाए।
मध्यप्रदेश का बुरहानपुर, जो केले की खेती के लिए प्रसिद्ध है, अब यह अपने नए विचारों और महिला सशक्तिकरण के लिए भी सुर्खियां बटोर रहा है। एकझिरा गांव की अनुसुइया की सफलता की कहानी आजीविका मिशन से शुरू हुई। लव-कुश स्व-सहायता समूह से जुड़ने के बाद उन्होंने केले के तने का उपयोग करने का नायाब तरीका अपनाया।