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राजस्थान में 2 जासूस गिरफ्तार, सेना की गोपनीय जानकारी भेज रहे थे पाकिस्तान

जयपुर : राजस्थान में दो पाकिस्तानी जासूस पकड़े गए हैं। जिनमे में से एक जयपुर और दूसरा भीलवाड़ा का रहने वाला है। दोनों आरोपी पाकिस्तानी हैंडलर को भारतीय सेना की गोपनीय जानकारी और सिम उपलब्ध करवाते थे। जिसके बदले में उनको मोटी रकम मिल रही थी। 15 अगस्त से पहले राजस्थान पुलिस की खुफिया एजेंसी […]

two spies arrested
inkhbar News
  • Last Updated: August 14, 2022 14:41:01 IST

जयपुर : राजस्थान में दो पाकिस्तानी जासूस पकड़े गए हैं। जिनमे में से एक जयपुर और दूसरा भीलवाड़ा का रहने वाला है। दोनों आरोपी पाकिस्तानी हैंडलर को भारतीय सेना की गोपनीय जानकारी और सिम उपलब्ध करवाते थे। जिसके बदले में उनको मोटी रकम मिल रही थी।

15 अगस्त से पहले राजस्थान पुलिस की खुफिया एजेंसी ने बड़ी कार्रवाई की है। भारतीय सेना की गोपनीय जानकारी, पाकिस्तान भेजने वाले 2 आरोपी को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक आरोपी ने पाकिस्तानी हैंडलर को कई कंपनियों के सिम कार्ड उपलब्ध कराए थे। वहीं दूसरा भारतीय सेना की गोपनीय जानकारियां पाकिस्तान भेजता था।

आरोपियों की पहचान भीलवाड़ा निवासी जयपुर कुलदीप शेखावत (24 साल) और नारायण लाल गदरी (27 साल) के रूप में हुई है। अधिकारियों ने कहा कि नारायण लाल गदरी पाकिस्तानी हैंडलरों को कई कंपनियों के सिम उपलब्ध करवाता था। जिनका प्रयोग पाकिस्तानी हैंडलर सोशल मीडिया अकाउंट चलाने के लिए करते थे।

वहीं कुलदीप शेखावत पाकिस्तानी महिला हैंडलर के संपर्क में रहता था। वह सेना के जवानों से सोशल मीडिया पर पहले दोस्ती करता था। फिर उसके बाद गोपनीय सूचना हासिल करता था। दोनों आरोपी पाकिस्तानी हैंडलर से मोटी रकम ले रहे थे।

फेसबुक लिंक से व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ा

आरोपी नारायण लाल ने पूछताछ में कहा कि वह 5वीं तक पढ़ा हुआ है। पहले वह बकरी पालने, कुल्फी बेचने और गाड़ी चलाने के लिए काम करता था। जिसके जरिए एक व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ गया। उस ग्रुप में अश्लील सामग्री भेजी जाती थी। व्हाट्सएप ग्रुप में पाकिस्तान सहित कई अन्य देशों के नागरिक जुड़े हुए थे।

नारायण लाल ने कहा कि उसने व्हाट्सएप ग्रुप निकल गया था लेकिन एक दिन उसे एक पाकिस्तानी नंबर से कॉल आया। जिसने अपना नाम अनिल बताया और उसने नारायण लाल से ग्रुप छोड़ने का कारण पूछा। फिर उसके बाद दोनों की बातचीत होने लगी।

पाकिस्तान जाने का मिला ऑफर

आरोपी नारायण लाल ने कहा कि अनिल ने उसे पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव साहिल से मिलवाया। जिसने उसे पाकिस्तान चलने को कहा। साहिल ने पूरा खर्च और डॉक्यूमेंट्स बनाने की भी बात बताया। जिसके बाद नारायण लाल ने अपनी पैन कार्ड, आधार कार्ड के अलावा अन्य जानकारी साझा कर दी।

शॉपिंग स्पेस की रेकी भी की

नारायणलाल को सेना के जवानों से दोस्ती करने, सैन्य ठिकानों के वीडियो और फोटो भेजने के लिए कहा गया। यहां तक की कन्हैयालाल की वीडियो देखने के लिए भी कहा। उसे उदयपुर छावनी से सटे शॉपिंग स्पेस की रेकी भी करवाया गया था। वहीं के एक दुकान की लोकेशन गुगल मैप के जरिए पाकिस्तानी हैंडलर को भेजी थी।

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