अखिलेश खेमे से कल ही यानी तीन जनवरी को
रामगोपाल यादव चुनाव आयोग से मिलने जा रहे हैं. दोनों के बीच पार्टी सिंबल ‘साइकिल’ को लेकर नई लड़ाई शुरू हो गई है. आज मुलायम ने चुनाव आयोग के दफ्तर जाकर और साइकिल चिन्ह पर अपना दावा पेश किया है. अखिलेश खेमा भी चुनाव आयोग में पूरी दमदारी से अपना पक्ष रखने के लिए कमर कस चुका है.
दरअसल पिता-पुत्र के सियासी घमासान में कार्यकर्ताओं और समर्थकों का झुकाव अखिलेश की ओर देखते हुए ही ज्यादातर समाजवादी नेताओं ने मुलायम से किनारा कर लिया. इसकी एक वजह ये भी रही कि अखिलेश के खेमे में आए ज्यादातर सीनियर नेताओं को अपने परिवार की सियासत भी मजबूत करनी थी.