Inkhabar
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • PM मोदी के गौरक्षा वाले बयान पर ओवैसी ने साधा निशाना, कहा- सिर्फ बातें करना जानते हैं, कार्रवाई नहीं

PM मोदी के गौरक्षा वाले बयान पर ओवैसी ने साधा निशाना, कहा- सिर्फ बातें करना जानते हैं, कार्रवाई नहीं

पीएम मोदी ने साबरमती आश्रम की स्थापना के 100 साल पूरे होने के मौके पर शताब्दी समारोह में कहा कि गौरक्षा के नाम पर किसी इंसान को मारना कैसी गोसेवा है, हिंसा से आज तक कभी किसी समस्या का समाधान नहीं हुआ और ना ही आगे होगा.

AIMIM, Asaduddin Owaisi, Cow Vigilantism, Narendra Modi, Gau Raksha, Mamata Banerjee, BJP, Hindu Youth Vahini, RSS, India News
inkhbar News
  • Last Updated: June 29, 2017 16:36:35 IST
नई दिल्ली: पीएम मोदी ने साबरमती आश्रम की स्थापना के 100 साल पूरे होने के मौके पर शताब्दी समारोह में कहा कि गौरक्षा के नाम पर किसी इंसान को मारना कैसी गोसेवा है, हिंसा से आज तक कभी किसी समस्या का समाधान नहीं हुआ और ना ही आगे होगा. इस बयान पर पीएम मोदी विपक्षी नेताओं के निशाने पर आ गए हैं. 

 
ऑल इण्डिया मजलिस-ए-इतेहदुल मुसलमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम के बयान को केवल जुबानी कार्रवाई बताया. उन्होंने कहा कि वह सिर्फ बातें करना जानते हैं. इससे पहले भी पीएम मोदी गौरक्षा के नाम पर हो रही हिंसा पर बयान दे चुके हैं लेकिन हालात वैसे ही हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इन लोगों को बीजेपी, आरएसएस की तरफ से प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन मिलता है. 
 
ओवैसी ने आगे ट्वीट करते हुए लिखा कि बस बातें करने से कुछ नहीं होगा. गौरक्षा स्वीकार नहीं है तो पहलू खान के 3 हत्यारों को हिरासत में क्यों नहीं लिया गया है? जबकि राजस्थान में बीजेपी की सरकार है.
 
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गौ रक्षा के नाम पर हो रही हत्याओं की हम कड़ी निंदा करते हैं. इन्हें अभी ही रोकना होगा. सिर्फ बातों से काम नहीं चलेगा! 
 
पीएम मोदी के इस भाषण को लेकर सोशल मीडिया पर यूजर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. किसी ने कहा है कि पीएम मोदी ने ये बयान देने में काफी देर कर दी है, जब उन्हें लग रहा है कि जनता में गौरक्षा के हिंसात्मक रवैया की वजह से आक्रोश बढ़ रहा है और वो सड़कों पर उतर रहे हैं, तब उन्हें इसकी याद आई है. वहीं कुछ लोगों ने कहा है कि देश के प्रधान सेवक की तरफ से आए इस बयान के बाद शायद हालात सुधरें.

Tags