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पूछताछ में बोला कासकर, भिंडी बाजार हादसे के बाद हुई थी दाऊद से बात

सोमवार देर रात मुंबई में गिरफ्तार दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर ने पूछताछ में माना कि वो अपने भाई से संपर्क में रहता था. कासकर ने बताया कि भिंडी बाजार में हुसैनी इमारत गिरने के बाद दाऊद से बात हुई थी. हुसैनी इमारत के पास ही कासकर का घर है.

Iqbal Kaskar, Dawood Ibrahim, Mumbai Police
inkhbar News
  • Last Updated: September 24, 2017 14:15:03 IST
मुंबई: सोमवार देर रात मुंबई में गिरफ्तार दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर ने पूछताछ में माना कि वो अपने भाई से संपर्क में रहता था. कासकर ने बताया कि भिंडी बाजार में हुसैनी इमारत गिरने के बाद दाऊद से बात हुई थी. हुसैनी इमारत के पास ही कासकर का घर है. पुलिस ने बताया कि दोनों भाईयों के बीच हाल ही में बर्नर फोन के जरिए बातचीत हुई है.
 
एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि वे लोग वॉइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल के जरिए कॉल करने के लिए सिम बॉक्स का इस्तेमाल करते थे. पुलिस कासकर के मामले में इस बात की भी जांच कर रही है कि दाउद के रिश्तेदार पहचाने जाने से बचने के लिए पाकिस्तान से दुबई बिना पासपोर्ट स्टैंप के आते-जाते थे.
 
 
पुलिस ने इस केस से जुड़े डिटेल बताते हुए कहा कि उन्हें पता चला था कि दाऊद गैंग के लोग ठाणे इलाके में सक्रीय हैं इसलिए क्राइम ब्रांच ने इस मामले को एक्टॉर्शन सेल को सौंपा था. पुलिस के मुताबिक इस मामले में पहले इन लोगों की पहचान की गई जिन्हें धमकियां दी जा रही थी. 
 
कुछ दिन पहले इकबाल ने पुलिस को बताया है कि कुछ सालों से वह दाऊद के सीधे संपर्क में नहीं है. वह केवल अनीस और भाभी मेहजबीन के संपर्क में है. इससे साफ पता चलता है कि दाऊद का कारोबार मेहजबीन के ही हाथों में है. बताया जा रहा है कि इकबाल कासकर पुलिस के सामने ज्यादा मुंह नहीं खोल रहा है. वह तबियत ठीक न होने का बहाना बना रहा है.
 
 
पुलिस इस मामले की जांच कर रही है कि फिरौती के इस मामले में दाऊद का डायरेक्ट या इनडायरेक्ट कनेक्शन तो नहीं है? बताया जा रहा है कि इकबाल कासकर ड्रग्स का शिकार है. पुलिस के मुताबिक फिरौती का ये पहला मामला नहीं है. इसमें करीब 10 से 20 फिरौती के और केस जुड़े हुए हैं. साथ ही कुछ बिल्डर भी इस केस से जुड़े हुए हैं जो इस रैकेट का साथ देते थे. इसके अलावा कुछ स्थानीय नेताओं का भी नाम सामने आ रहा है जो इस रैकेट की मदद करता था. 

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