Inkhabar
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • 6 पाटीदार संगठनों ने हार्दिक के खिलाफ खोला मोर्चा, कहा- आंदोलन स्वार्थ की लड़ाई बन गया है

6 पाटीदार संगठनों ने हार्दिक के खिलाफ खोला मोर्चा, कहा- आंदोलन स्वार्थ की लड़ाई बन गया है

गुजरात में पाटीदार वोटों को लेकर छिड़ी जंग के बीच पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को आज बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस से हार्दिक की नजदीकियों की खबरों के बीच पाटीदारों के संगठन में फूट पड़ गई है. पाटीदार समाज के 6 बड़े संगठनों के मुखिया ने हार्दिक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

Hardik Patel, Congress, Patidar Movement, Rahul Gandhi, Patidar community, BJP government, Narendra Modi, हार्दिक पटेल, Gujarat Assembly Elections 2017, Gujarat Elections 2017, राहुल गांधी
inkhbar News
  • Last Updated: November 1, 2017 17:43:36 IST
गांधीनगर: गुजरात में पाटीदार वोटों को लेकर छिड़ी जंग के बीच पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को आज बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस से हार्दिक की नजदीकियों की खबरों के बीच पाटीदारों के संगठन में फूट पड़ गई है. पाटीदार समाज के 6 बड़े संगठनों के मुखिया ने हार्दिक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इन संगठनों ने आरोप लगाया कि जो आंदोलन पाटीदारों के हक के लिए शुरू हुआ था अब वो निजी स्वार्थ की लड़ाई बन गया है. दरअसल गुजरात में पाटीदार समाज की आबादी करीब 15 फीसदी है. इसके अलावा लगभग 80 सीटों पर पाटीदारों का बड़ा प्रभाव है. यही वजह है कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों पाटीदार वोटरों को अपनी तरफ खींचने में लगे हैं.
 
सोमवार को हार्दिक पटेल और दूसरे पाटीदार नेताओं ने आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस के नेताओं से मुलाकात की थी लेकिन इस बैठक में कांग्रेस आरक्षण को लेकर कोई ठोस आश्वासन नहीं दे पाई. कांग्रेस ने सिर्फ इतना कहा कि वो इस मामले में कानूनी राय लेगी. इसके बाद हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को अपना स्टैंड साफ करने के लिए 7 नवंबर तक का अल्टीमेटम दिया है. हार्दिक पटेल ने कहा है कि 3 नवंबर को सूरत में होने वाली कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की जनसभा का वो न ही समर्थन करेंगे, ना ही विरोध लेकिन 7 नवंबर तक कांग्रेस को आरक्षण के मुद्दे पर अपना रुख साफ करना होगा.
 

बताया जा रहा है कि हार्दिक पटेल अब ओबीसी कोटे के तहत ही पटेलों को आरक्षण देने की मांग कर रहे हैं. उन्हें मालूम है कि 50 फीसदी से ज्यादा आरक्षण नहीं मिल सकता और गुजरात में साढ़े उनचास फीसदी आरक्षण पहले से ही है. बीजेपी सरकार ने पटेलों को खुश करने के लिए ईबीसी कोटे के तहत 10 फीसदी आरक्षण का ऐलान किया था लेकिन हाईकोर्ट ने उस पर रोक लगा दी थी. ऐसे में हार्दिक की मांग पर कांग्रेस गोलमोल जवाब दे रही है.
 

Tags