Delhi:देश की राजधानी दिल्ली में इन दिनों कई इलाकों में बुलडोजर एक्शन से लोग डरे हुए हैं। पिछले दिनों मद्रासी कैंप और कालकाजी में कार्रवाई की गई। जिसके बाद विपक्ष लगातार सरकार पर हमला कर रहा है। इसी बीच दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी आज कालका जी के भूमिहीन कैंप पहुंची थी। यहां से उन्हे पुलिस ने हिरासत में ले लिया। आतिशी वहां बुलडोजर एक्शन में जिन लोगों के घर टूट गए थे उनसे मिलने पहुंची थी।
हिरासत में लिए जाने पर पूर्व सीएम आतिशी ने कहा कि कल भाजपा इन झुग्गियों को तोड़ने जा रही है और मुझे आज जेल भेजा जा रहा है, क्योंकि मैं इन झुग्गीवासियों के लिए आवाज उठा रही हूं। भाजपा और रेखा गुप्ता को झुग्गीवासियों का श्राप लगेगा। भाजपा कभी वापस नहीं आएगी। आतिशी ने दावा किया था कि कालकाजी में भूमिहीनों के डेरे पर तोड़फोड़ अभियान से पहले बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया था। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने झुग्गी बस्ती में मकान खाली करने के आदेश चिपकाए थे। इस आदेश में अतिक्रमणकारियों को तीन दिन के अंदर जगह खाली करने का अल्टीमेटम दिया गया था।
कालकाजी के भूमिहीनों के डेरे में डीडीए की बुलडोजर कार्रवाई से पहले मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष आतिशी झुग्गीवासियों से मिलने पहुंचीं। उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात की। इस दौरान आतिशी ने स्थानीय लोगों के साथ नारेबाजी की और डीडीए की कार्रवाई का विरोध किया। इस दौरान पूर्व सीएम आतिशी की पुलिस से नोकझोंक भी देखने को मिली। कोर्ट ने हाल ही में भूमिहीन कैंप से जुड़ी सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया था। इसके बाद तय हुआ कि आने वाले दिनों में यहां भी बुलडोजर की कार्रवाई देखने को मिलेगी। डीडीए ने कोर्ट के आदेश का नोटिस लगा दिया। यहां कभी भी बुलडोजर की कार्रवाई हो सकती है।
#WATCH | Delhi: Former CM Atishi says, “BJP is going to demolish these jhuggis tomorrow and I am being jailed today because I am raising my voice for these slum dwellers. ‘BJP aur Rekha Gupta ko jhuggi waalon ki haay lagegi.’.. BJP will never come back.” https://t.co/x3anje89AG pic.twitter.com/Ofb3K8AXH3
— ANI (@ANI) June 10, 2025
मद्रासी कैंप में हुई कार्रवाई के बाद सीएम रेखा गुप्ता पर कई सवाल उठ रहे थे। हाल ही में उन्होंने साफ कहा था कि कोर्ट जो आदेश देगा वही होगा। कोई भी कोर्ट की अवहेलना नहीं कर सकता। सीएम के इस बयान के बाद साफ है कि भविष्य में भी दिल्ली में ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी।