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अयोध्या-प्रयागराज हारने के बाद वैष्णो देवी सीट भी हारेगी बीजेपी! भारी गुस्से में हैं हिंदू

श्रीनगर/नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर उनके विरोधी अक्सर हिंदुत्व की राजनीति करने का आरोप लगाते हैं. बीजेपी के कई नेता इन आरोपों को स्वीकार करते हुए खुलेआम कहते भी हैं कि वे हिंदुत्व की राजनीति करते हैं. बीजेपी की इस हिंदुत्व वाली राजनीति का केंद्र धार्मिक स्थल होते हैं. अयोध्या का राम मंदिर […]

Vaishno Devi Seat-PM Modi-Shah
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  • Last Updated: September 22, 2024 18:17:04 IST

श्रीनगर/नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर उनके विरोधी अक्सर हिंदुत्व की राजनीति करने का आरोप लगाते हैं. बीजेपी के कई नेता इन आरोपों को स्वीकार करते हुए खुलेआम कहते भी हैं कि वे हिंदुत्व की राजनीति करते हैं. बीजेपी की इस हिंदुत्व वाली राजनीति का केंद्र धार्मिक स्थल होते हैं.

अयोध्या का राम मंदिर वाला मुद्दों बहुत सालों तक भाजपा को घोषणा पत्र में रहा. यही वजह है कि धार्मिक स्थलों वाली अधिकतर सीटें जैसे- अयोध्या, प्रयागराज, मथुरा और काशी में बीजेपी का हर चुनाव में दबदबा रहा. हालांकि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का यह दबदबा खत्म हो गया. अयोध्या और प्रयागराज दोनों सीट बीजेपी हार गई.

वैष्णो देवी सीट पर भी हार का डर

मालूम हो कि जम्मू-कश्मीर में करीब एक दशक बाद विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं. इस बीच दूसरे चरण के प्रचार का शोर थम चुका है. अब कल यानी 25 सितंबर को दूसरे चरण की 26 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे. बता दें कि इन सीटों में सबसे हॉट सीट माता वैष्णो देवी की है. यहां पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है. हालांकि बारीदर समाज का गुस्सा बीजेपी के लिए चिंता का विषय बन गया है.

गुस्से में हैं बारीदर समाज के लोग

इस सीट पर बारीदार समाज का अच्छा-खासा प्रभाव है. इस समाज के लोग बताते हैं कि श्रीमाता वैष्णो देवी उनकी कुलदेवी हैं. उनके पूर्वज सदियों से माता की पूजा करते आ रहे हैं. जब यहां पर कोई चढ़ावा नहीं आता था, उस वक्त भी हम लोग उनकी पूजा करते थे. हम यहां के मालिक थे, लेकिन 1986 में बारीदार समाज को गुफा से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया और श्रीइन बोर्ड बनाकर उसे सारे अधिकार दे दिए गए.

बारीदार समाज के लोग बताते हैं कि भाजपा ने पिछले चुनावों में वादा किया था वो हमारे समाज को पुराना अधिकार वापस लौटाएंगे, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है. पिछले 10 सालों से केंद्र की सत्ता में बीजेपी काबिज है, लेकिन अभी तक हमारे समाज के लोगों के न्याय नहीं हुआ है. हमारी रोजी-रोटी को छीन लिया गया है, कुलदेवी की पूजा छीन ली गई है, लेकिन बीजेपी हमारे लिए आगे नहीं आई.

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