नई दिल्ली। तमिलनाडु में जारी हिंदी विरोध के बीच अब दक्षिण भारत के एक और मुख्यमंत्री ने केंद्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि गृह मंत्री शाह दक्षिणी राज्यों को चुप कराने के लिए परिसीमन को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं।

भरोसे के लायक नहीं हैं शाह

सिद्धारमैया ने कहा कि अगर केंद्र सरकार चाहती है कि दक्षिण भारतीय राज्यों के साथ अन्याय ना हो तो फिर उसे निष्पक्षता के साथ काम करना चाहिए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को स्पष्ट रूप से बताना चाहिए कि परिसीमन जनसंख्या के आधार पर होगा या फिर वर्तमान लोकसभा सीटों की संख्या के आधार पर।

कर्नाटक सीएम ने कहा कि अगर जनसंख्या के हिसाब से परिसीमन होता है तो फिर ये दक्षिण भारतीय राज्यों के साथ घोर अन्याय होगा। दक्षिणी राज्यों में लोकसभा सीटें या तो कम हो जाएंगी या फिर उनमें कोई बढ़ोतरी ही नहीं होगी। वहीं, उत्तर भारतीय राज्यों को ज्यादा सीटें मिल जाएंगी

दक्षिण की सीटें घट जाएंगी

सिद्धारमैया ने आगे कहा कि अगर जनसंख्या के हिसाब से परिसीमन होता है तो फिर कर्नाटक में लोकसभा सीटें 28 से घटकर 26 हो जाएंगी। इसी तरह से आंध्र प्रदेश की सीटें 42 से 34, केरल की 20 से 12 और तमिलनाडु की लोकसभा सीटें 39 से घटकर 31 हो जाएंगी। वहीं, यूपी में सीटों की संख्या 80 से बढ़कर 91 हो जाएगी। बिहार में 40 से 50 और मध्य प्रदेश में 29 से 33 लोकसभा सीटें हो जाएंगी।

यह भी पढ़ें-

” हम नहीं पढेंगे हिंदी…नहीं चलेगी मनमानी ”, CM स्टालिन ने केंद्र सरकार को लिखा पत्र