Pahalgam Terror Attack: पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने देश की सुरक्षा व्यवस्था को हिला दिया है. इस हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्वरित और निर्णायक कदम उठाते हुए वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह, सेना प्रमुख और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी के साथ अलग-अलग वन-टू-वन मुलाकातें कीं. रविवार को वायुसेना प्रमुख के साथ हुई बैठक में पहलगाम हमले के बाद वायुसेना की रणनीतिक तैयारियों पर गहन मंथन हुआ. इन मुलाकातों का उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ कड़ा जवाब सुनिश्चित करना और राष्ट्रीय सुरक्षा को अटल बनाना है.
#WATCH | दिल्ली: वायुसेना प्रमुख, एयर चीफ मार्शल, अमर प्रीत सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास 7 LKM से रवाना हुए। pic.twitter.com/Z0QJUB3f0g
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 4, 2025
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने पर्यटकों पर हमला किया. जिसमें 26 लोगों की जान गई और कई घायल हुए. यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है. इस घटना ने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को और गहरा कर दिया. सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी और एयर चीफ मार्शल एपी सिंह की मुलाकात में बालाकोट जैसे सटीक सैन्य ऑपरेशन की संभावनाओं पर विचार-विमर्श हुआ. सेना जब चाहे जैसे चाहे ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए आजाद है. पीएम ने 29 अप्रैल की उच्चस्तरीय बैठक में स्पष्ट किया था.
पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने अपनी क्षमताओं में अभूतपूर्व वृद्धि की है. राफेल जेट, जो पिन-पॉइंट सटीकता वाली मिसाइलों से लैस हैं. वायुसेना की ताकत का प्रतीक हैं. लंबी दूरी की मिसाइलें और उन्नत वायु रक्षा प्रणालियां भी भारत की सैन्य शक्ति को नई ऊंचाइयों पर ले गई हैं. नौसेना प्रमुख ने पीएम को अरब सागर में महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों की सुरक्षा स्थिति से अवगत कराया. जो भारत की सामरिक रणनीति का अहम हिस्सा है.
पहलगाम हमले के बाद पीएम मोदी ने तुरंत एक्शन मोड अपनाया. 23 अप्रैल को सऊदी अरब की यात्रा बीच में छोड़कर भारत लौटने के बाद उन्होंने एयरपोर्ट पर ही एनएसए अजित डोभाल, विदेश मंत्री, और विदेश सचिव के साथ बैठक की. इसके बाद 23 और 30 अप्रैल को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठकें हुईं. 28 अप्रैल को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ चर्चा और 29 अप्रैल को तीनों सेना प्रमुखों व सीडीएस जनरल अनिल चौहान के साथ हाई-लेवल मीटिंग ने भारत की रक्षा तैयारियों को और मजबूत किया.
यह भी पढे़ं- पहलगाम हमले के बाद भारत का कड़ा कदम, पाकिस्तान के साथ डाक और पार्सल सेवा पर पूरी तरह बंद!