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सेनाओं को सवा लाख, अर्धसैनिक बलों को चाहिए 75 हजार जवान.. क्या अग्निवीर दूर कर पाएंगे ये कमी

नई दिल्ली, तीनों सेनाओं में युवाओं की भर्ती के लिए केंद्र सरकार ‘अग्निपथ’ योजना लेकर आई है, इस योजना के तहत चार साल के लिए युवाओं को सेना में मौका दिया जाएगा. इन युवाओं को ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा, इस साल इस योजना के तहत 46 हजार युवाओं की भर्ती की जाएगी. इनमें से 25% युवाओं […]

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  • Last Updated: June 15, 2022 17:58:05 IST

नई दिल्ली, तीनों सेनाओं में युवाओं की भर्ती के लिए केंद्र सरकार ‘अग्निपथ’ योजना लेकर आई है, इस योजना के तहत चार साल के लिए युवाओं को सेना में मौका दिया जाएगा. इन युवाओं को ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा, इस साल इस योजना के तहत 46 हजार युवाओं की भर्ती की जाएगी. इनमें से 25% युवाओं को चार साल बाद सेना में स्थाई नौकरी दे दी जाएगी, जबकि बाकी के 75% अग्निवीरों को सेवा से मुक्त कर दिया जाएगा.

तीनों सेनाओं में ही खाली हैं करीब एक लाख पद

तीनों सेनाओें में अब भी करीब एक लाख से ज्यादा पद खाली हैं, क्योंकि सेना में कोरोना के कारण दो साल से भर्ती ही नहीं हुई. इसी साल 21 मार्च को राज्यसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया था कि 2020-21 और 2021-22 में कोरोना के कारण सेना में भर्ती नहीं हुई थी, लेकिन इसी दौरान नौसेना में 8,319 और वायु सेना में 13,032 जवानों की भर्तियां हुई हैं. पिछले साल 13 दिसंबर को रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने राज्यसभा में तीनों सेनाओं में अफसरों और जवानों की कमी की जानकारी देते हुए बताया था कि सेना में 53,569 अफसर और 11.35 लाख जवान मौजूद हैं.

अब भी सेना में अफसरों के 7,476 और जवानों के 97,177 पद खाली हैं. इसी तरह वायुसेना में 12,048 अफसर और 1.38 लाख एयरमैन और अब भी वायुसेना में 621 अफसरों और 4,850 एयरमैन की जरूरत है. वहीं, नौसेना की बात करें तो नौसेना में 63,515 नौसैनिक हैं और 11,166 नौसिनिकों की जरूरत और है.

नियम

अग्निपथ स्कीम के तहत सिपाहियों, एयरमैन और सेलर्स की भर्ती होगी, इनकी आयु साढ़े 17 साल से 21 साल के बीच होनी चाहिए. अग्निवीरों के लिए भी मेडिकल और फिजिकल फिटनेस के नियम वही रहेंगे, जो अब तक अन्य सैनिकों के लिए होते हैं. 10वीं और 12वीं पास युवाओं को अग्निवीर के तौर पर अलग-अलग पदों पर मौका दिया जाएगा.

अग्निवीर के तौर पर जिन सैनिकों का 4 साल का कार्यकाल पूरा होगा, उन्हें दूसरे संस्थानों में रोजगार के अवसर दिए जाएंगे और उन्हें प्राथमिकता भी दी जाएगी, इसके अलावा 25 फीसदी अग्निवीरों को सेना में लंबी अवधि की सेवा के लिए भी चयनित किया जाएगा. अग्निवीरों की पहली भर्ती 90 दिनों के भीतर ही की जाएगी. इस साल पहले बैच में कुल 46,000 अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी, वहीं आने वाले वर्षों में इस संख्या के और बढ़ने की भी उम्मीद है. अग्निवीरों को सेवामुक्त किए जाने के बाद भी उन्हें दूसरी नौकरी हासिल करने में आसानी हो, इसके लिए ‘अग्निवीर स्किल सर्टिफिकेट’ जारी किया जाएगा.

 

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