Ahmedabad Plane Crash : अहमदाबाद से उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का विमान (बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर) उड़ान भरने के तुरंत बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 241 लोगों की जान चली गई। इस दुर्घटना को विमानन इतिहास की सबसे भयानक दुर्घटनाओं में से एक माना जाता है।
विमान में सवार केवल एक व्यक्ति ही दुर्घटना में बच पाया, क्योंकि वह विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से ठीक पहले आपातकालीन निकास द्वार से कूद गया था।
जिन लोगों ने दुर्घटना का वीडियो देखा है, उनके लिए यह बिल्कुल स्पष्ट होगा कि यह सबसे घातक दुर्घटना होने वाली थी। इन सब बातों को देखते हुए, क्या होगा अगर हम आपको बताएं कि मलबे के बीच पवित्र ग्रंथ भगवद गीता की एक प्रति मिली थी और पुस्तक का एक भी पन्ना जला नहीं था।
वायरल हो रही एक क्लिप में, एक व्यक्ति को पुस्तक के पन्ने पलटते हुए देखा जा सकता है, जो दर्शाता है कि पुस्तक अभी भी अच्छी स्थिति में है। भगवद गीता एक पवित्र पुस्तक है जो जीवन के बारे में एक दृष्टिकोण प्रदान करती है जिसे अगर सही रोशनी में समझा जाए तो व्यक्ति बहुत अच्छा जीवन जीने में मदद कर सकता है।
आप पूछेंगे क्यों? खैर, पवित्र पुस्तक लोगों को जीवन में समस्याओं से निपटने के सही तरीके सिखाने में मदद करती है। इसमें नैतिकता, धर्म, वैराग्य, जन्म और मृत्यु का चक्र, आत्म-साक्षात्कार जैसे विषयों के अलावा कई अन्य बातें शामिल हैं।
कल 12 जून 2025 को अहमदाबाद में हुए भयानक प्लेन दुर्घटना में सबकुछ जलकर खाक हो गया लेकिन सबसे पवित्र ग्रंथ श्रीमद् भागवत गीता के एक भी पेज को कुछ भी नहीं हुआ।
जयतु सनातन धर्म 🙏 pic.twitter.com/7iK82XPrwO— साधना सक्सेना (@Bharatdarshan22) June 13, 2025
गौरतलब है कि एयर इंडिया की बोइंग 787 ड्रीमलाइनर फ्लाइट AI-171 ने गुरुवार दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरी थी, लेकिन महज दो मिनट बाद ही विमान अचानक तेजी से नीचे आया और क्रैश हो गया। हादसे के बाद आसमान में काले धुएं का बादल छा गया। विमान में कुल 230 यात्री सवार थे, जिनमें 169 भारतीय और 53 ब्रिटिश थे। 12 क्रू मेंबर थे।
गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी इसी फ्लाइट में थे। मृतकों में उनका नाम भी शामिल है। सिर्फ एक यात्री विश्वाश कुमार रमेश बच गया। सीट 11A पर बैठे विश्वाश हादसे से करीब 30 सेकंड पहले तक विमान में थे। उन्होंने इमरजेंसी विंडो से कूदकर अपनी जान बचाई।