Inkhabar
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • Ahmadabad Plane Crash: ‘प्लेन उड़ते ही लाल-पिली बत्तियां जलीं, एयरहोस्टेस मेरे सामने ही…’ क्रैश के 30 सेंकेंड पहले क्या-क्या हुआ, रमेश ने बताई दिल दहलाने वाली कहानी

Ahmadabad Plane Crash: ‘प्लेन उड़ते ही लाल-पिली बत्तियां जलीं, एयरहोस्टेस मेरे सामने ही…’ क्रैश के 30 सेंकेंड पहले क्या-क्या हुआ, रमेश ने बताई दिल दहलाने वाली कहानी

Ahmadabad Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे में जीवित बचे एकमात्र व्यक्ति विश्वास कुमार रमेश ने दुर्घटना के उन भयावह 30 सेकेंड को विस्तार से बताया है। उन्होंने बताया कि विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से महज 30 सेकंड पहले क्या हुआ था। उन्होंने बताया कि विमान से कूदने के बावजूद […]

Ahmadabad Plane Crash
inkhbar News
  • Last Updated: June 13, 2025 19:34:41 IST

Ahmadabad Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे में जीवित बचे एकमात्र व्यक्ति विश्वास कुमार रमेश ने दुर्घटना के उन भयावह 30 सेकेंड को विस्तार से बताया है। उन्होंने बताया कि विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से महज 30 सेकंड पहले क्या हुआ था। उन्होंने बताया कि विमान से कूदने के बावजूद उन्हें कुछ नहीं हुआ, क्योंकि विमान का वह हिस्सा जहां वे बैठे थे, जमीन पर गिर गया। उन्होंने बताया कि सबकुछ इतनी तेजी से हुआ कि कोई कुछ समझ ही नहीं पाया।

पायलट समेत 241 लोगों की मौत

एयर इंडिया की AI171 फ्लाइट 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही थी, लेकिन उड़ान भरने के कुछ सेकंड बाद ही यह क्रैश हो गई। इसमें चालक दल के सदस्यों और पायलट समेत सभी 241 लोगों की मौत हो गई। रमेश इस भीषण हादसे में जीवित बचे एकमात्र व्यक्ति हैं। उनका कहना है कि उन्हें अभी भी यकीन नहीं हो रहा है कि वे कैसे चमत्कारिक रूप से उस हादसे से बच गए, जिसमें 265 लोगों की जान चली गई। विमान का एक हिस्सा मेडिकल कॉलेज के मेस पर गिरा, जिससे स्थानीय लोगों की भी जान चली गई।

नागरिक हैं रमेश

रमेश ब्रिटिश नागरिक हैं और लीसेस्टर में रहते हैं। उन्होंने बताया कि अहमदाबाद से लंदन के गैटविक तक नौ घंटे की यात्रा पूरी करने के लिए विमान उड़ान भरने के कुछ सेकंड बाद ही रुक गया और हरी और सफेद बत्तियां चमकने लगीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहर के सिविल अस्पताल में भर्ती रमेश से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।

डीडी न्यूज को दिए साक्षात्कार में रमेश ने कहा, “यह सब मेरी आंखों के सामने हुआ। मुझे यकीन नहीं हो रहा कि मैं कैसे बच गया।” उन्होंने कहा, “एक पल के लिए मुझे लगा कि मैं मरने वाला हूं, लेकिन जब मैंने अपनी आंखें खोलीं तो मैं जिंदा था। मैंने अपनी सीट बेल्ट खोली और बाहर आ गया।”

‘मेरी आंखों के सामने हो गई अंकल-आंटियों की मौत’

रमेश ने कहा, “एयरहोस्टेस और अंकल-आंटियों की मौत मेरी आंखों के सामने हो गई। एक मिनट के भीतर ऐसा लगा कि विमान रुक गया है। हरी और सफेद लाइटें चमक रही थीं। ऐसा लग रहा था कि वे विमान को और तेज गति देने की होड़ में थे और विमान किसी इमारत से टकरा गया।”

रमेश अहमदाबाद-लंदन AI171 उड़ान का संचालन करने वाले 12 साल पुराने बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान की सीट नंबर 11A पर बैठे थे, जो एयर इंडिया के बोइंग 787-8 विमान की इकोनॉमी क्लास की पहली पंक्ति की छह सीटों में से एक थी। सीट मैप के अनुसार, यह आपातकालीन निकास के पास एक खिड़की वाली सीट थी और विमान के फ्लाइट अटेंडेंट के लिए बनाई गई जगह से सटी हुई थी।

वहशी निकला मदरसे का मौलाना, पढ़ाई के बहाने 14 साल की मासूम के साथ की घिनौनी हरकत, फिर Video बनाकर किया…

‘मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि मैं जीवित हूं’

रमेश ने कहा कि विमान का वह हिस्सा जहां वह बैठा था, हॉस्टल से नहीं टकराया, जिससे वह मलबे से दूर जा सका। उन्होंने कहा, ‘विमान का वह हिस्सा जहां मैं बैठा था, जमीन पर गिर गया। मेरे पास बहुत कम जगह थी। जब दरवाजा खुला, तो मैं एक जगह खोजने में सक्षम था और भाग गया। मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि मैं जीवित हूं। आग में मेरा बायां हाथ जल गया था, लेकिन मैं दुर्घटनास्थल से बाहर आ गया। मुझे यहां अच्छा इलाज मिला।’

रमेश मूल रूप से केंद्र शासित प्रदेश दमन दीव के निवासी हैं और ब्रिटेन की राजधानी लंदन से 140 किलोमीटर दूर लीसेस्टर में रहते हैं। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी दुर्घटनाग्रस्त विमान में सवार थे और इस दुर्घटना में उनकी भी मृत्यु हो गई।

6 महीने में 6 भयानक वारदातें…2025 में खीरे-ककड़ी की तरह गई इंसानों की जान, दशकों तक सुनाई देंगी इस साल की चीखें

Tags