CJI BR Gavai: भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई ने शनिवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट में आयोजित एक भव्य समारोह के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ की. इस अवसर पर उन्होंने न केवल सीएम योगी की नेतृत्व शैली की सराहना की बल्कि प्रयागराज को ‘पावरफुल लोगों की भूमि’ करार दिया. यह बयान इलाहाबाद हाई कोर्ट परिसर में 680 करोड़ रुपये की लागत से बने हाईटेक मल्टीलेवल पार्किंग और अधिवक्ता चैंबर्स के उद्घाटन के दौरान आया, जिसमें सीएम योगी और केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी मौजूद थे.
मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई ने अपने संबोधन में प्रयागराज के साथ अपने व्यक्तिगत और भावनात्मक रिश्ते को रेखांकित किया. उन्होंने कहा “Oath लेने के बाद यह मेरा पहला आधिकारिक कार्यक्रम इलाहाबाद हाई कोर्ट में हुआ. यह मेरा सौभाग्य है. 2019 में जब मैं सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, तब जस्टिस विनीत सरन, जस्टिस कृष्ण मुरारी और बाद में जस्टिस विक्रम नाथ से मेरे पारिवारिक रिश्ते बने.” उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा “विक्रम नाथ देश के सबसे मजबूत न्यायाधीशों में से एक हैं. उनके निमंत्रण को अस्वीकार करने की मुझमें हिम्मत नहीं थी.”
समारोह के दौरान CJI गवई ने सीएम योगी की प्रशंसा करते हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के बयान का हवाला दिया. उन्होंने कहा “अभी-अभी मेघवाल जी (कानून और न्याय मंत्री) ने कहा कि (सीएम) योगी जी इस देश के सबसे पावरफुल और कर्मठ मुख्यमंत्री हैं. मैं कहना चाहूंगा कि इलाहाबाद की भूमि पावरफुल लोगों की है. योगी जी तो पावरफुल हैं ही.”
CJI गवई ने अपने भाषण में भारतीय संविधान की 75 साल की यात्रा की सराहना की. उन्होंने कहा “जब भी संकट आया, भारत एकजुट और मजबूत रहा. संविधान ने देश की एकता और प्रगति को बनाए रखा है.” उन्होंने विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के सामूहिक प्रयासों को सामाजिक और आर्थिक समानता लाने में महत्वपूर्ण बताया. साथ ही उन्होंने इलाहाबाद हाई कोर्ट की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत की तारीफ की, जिसमें मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू, चंद्रशेखर आजाद और साहित्यकारों जैसे महादेवी वर्मा और अकबर इलाहाबादी का उल्लेख किया.
इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा “प्रयागराज महाकुंभ का आयोजन इतना सफल इसलिए हो सका क्योंकि इलाहाबाद हाई कोर्ट ने किसी परियोजना पर रोक नहीं लगाई.” उन्होंने सुशासन की पहली शर्त को ‘रूल ऑफ लॉ’ बताते हुए 2017 में पीएम मोदी के इलाहाबाद दौरे का जिक्र किया. योगी ने कहा “वकीलों के लिए इतनी बड़ी बिल्डिंग शायद पूरे विश्व में कहीं नहीं होगी.” यह नई 12 मंजिला इमारत अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है. जिसमें पार्किंग और अधिवक्ता चैंबर्स शामिल हैं.