America Attack Iran: अमेरिका ने शनिवार देर रात ईरान पर हमला किया। इस हमले के बाद AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अमेरिका पर कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने पाकिस्तान को भी फटकार लगाई है। ओवैसी ने कहा, अमेरिका ने ईरान, उसके परमाणु स्थल पर जो हमला किया है, वह अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन है।
अमेरिका ने शनिवार देर रात ईरान पर हमला किया। अमेरिका शुरू से ही ईरान के परमाणु शक्ति बनने के खिलाफ रहा है। उसने हमेशा कहा है कि वह ईरान को परमाणु शक्ति बनने से रोकेगा। इसी के चलते अमेरिका ने ईरान के 3 परमाणु स्थलों फरदो, नतांज, इस्फहान पर हमला किया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने तीनों स्थलों को नष्ट कर दिया।
ईरान पर अमेरिका के हमले को लेकर ओवैसी ने कहा, ऐसा करके मुझे यकीन है कि ईरान आने वाले 5-10 साल में परमाणु शक्ति संपन्न देश बन जाएगा। दरअसल, ओवैसी ने कहा कि अगर इजरायल इस तरह हमला करता है, अगर अमेरिका हमला करता है, तो ईरान आने वाले 5-10 साल में परमाणु शक्ति संपन्न देश बन जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि कौन जानता है कि ईरान ने अमेरिकी हमले से पहले ही परमाणु कार्यक्रम के लिए अपना स्टॉक शिफ्ट कर लिया हो।
ओवैसी ने कहा, ईरान पर अमेरिका के इस हमले के बाद अब कई अरब देश सोचेंगे कि उन्हें परमाणु क्षमता की जरूरत है। वे यह भी सोचेंगे कि अगर हमें इजरायल के हमले से बचना है तो हमें भी परमाणु शक्ति की जरूरत होगी।
#WATCH | Hyderabad | "…This man (Israeli PM Netanyahu), he has butchered Palestinians… He is doing ethnic cleansing of Palestinians in the West Bank and in Gaza. History will remember him as the butcher of Palestinians, "says AIMIM chief Asaduddin Owaisi. pic.twitter.com/8qDyxnUblh
— ANI (@ANI) June 22, 2025
ओवैसी ने इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को लेकर भी ट्रंप को घेरा। दरअसल, इजरायल लगातार गाजा पर हमला कर रहा है। इस बारे में ओवैसी ने कहा, अमेरिका की नीति सिर्फ इजरायल सरकार के अपराधों को छुपाने की है। गाजा में जो हो रहा है वह नरसंहार है और कोई इस बारे में बात नहीं कर रहा है। कोई यह क्यों नहीं पूछ रहा कि इजरायल के पास कितने परमाणु हथियार हैं?
ओवैसी ने इजरायल के पीएम नेतन्याहू के बारे में कहा, नेतन्याहू ने फिलिस्तीनियों को मारा है। वह वेस्ट बैंक और गाजा में फिलिस्तीनियों का सफाया कर रहे हैं।ओवैसी ने आगे कहा, “मुझे पूरा यकीन है कि हमारी सरकार अमेरिका द्वारा की गई इस एकतरफा बमबारी की निंदा करेगी, जो अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन है।
आगे ओवैसी ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा, क्या इसीलिए पाकिस्तान ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार देना चाहता है। जिन्होंने अपने ही देश के संविधान का उल्लंघन किया। क्या इसीलिए पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर ने अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ लंच किया? आज वे सब बेनकाब हो गए हैं। अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया। दरअसल, पाकिस्तान ने 2026 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम की सिफारिश की है।