नई दिल्ली. समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने जब से औरंगजेब को महान शासक बताया है तब से कोहराम मचा है. सवाल पूछे जा रहे हैं कि जिस मुगल शासक ने बाप शाहजहां को बंदी बनाया, भाई दारा शिकोह को मरवाया, धर्मांतरण कराने के लिए गुरु तेग बहादुर का सिर कटवाया वह अच्छा शासक कैसे हो सकता है. वोट बैंक की राजनीति में सपा प्रमुख अखिलेश यादव सामने आये और अबू आजम की तरफदारी की. सीएम ने आजमी का यूपी में इलाज कराने की बात कही तो अखिलेश ने सीएम योगी को ही बीमार बता दिया.

अकबर के सेनापति ने कहा था हिंदुओं को काटो

सीएम योगी शनिवार को गौतमबुद्ध नगर में महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे थे. अनावरण के बाद एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने एक बार फिर इशारों ही इशारों में अखिलेश और अबू आजमी पर वार किया. योगी ने कहा कि औरंगजेब छोड़ो अकबर भी क्रूर था. उसके सेनापति ने कहा था दोनों तरफ हिंदू ही हैं, उन्हें काटो. हमारे आदर्श महाराणा प्रताप और वीर शिवाजी महाराज हैं जिन्होंने अपने प्राणों की बाजी लगाकर मुगल सेना का सामना किया. घास की रोटी खाई, नई पीढ़ी को अपने नायकों के बारे में जानना जरूरी है.

महाराणा प्रताप और वीर शिवाजी हमारे नायक

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाराणा प्रताप के व्यक्तित्व से हमें स्वदेश और धर्म के प्रति समर्पण की प्रेरणा मिलती है. महाराणा प्रताप चितौड़ के वंशज थे. उनके पूर्वज महाराणा सांगा ने विधर्मियों के संघर्ष में अनगिनत घाव सहे लेकिन कभी भी देश को झुकने नहीं दिया. भारत की सीमाएं पहले ईरान तक थीं. उन्होंने कहा कि महाराणा सांगा के बाद महाराणा प्रताप को गद्दी मिली थी. लेकिन उन्हें चितौड़गढ़ से हटना पड़ा था. महाराणा प्रताप ने मात्र 28 वर्ष की उम्र में अपना पहला युद्ध लड़ा और 36 साल की उम्र में अकबर की लाखों की सेना को मात देते हुए लगातार हल्दीघाटी में लड़ते रहे.

उन्होंने यह भी कहा कि अकबर की सेना के सेनापति ने कहा था कि “काटो दोनों ओर से मरने वाले हिन्दू ही हैं”, ये उनकी मानसिकता थी चाहें अकबर हो या औरंगजेब. महाराणा प्रताप ने अकबर को भी घुटने टेकने को मजबूर किया था.ऐसी ही छत्रपति शिवाजी महाराज ने औरंगजेब से लोहा लिया था और पूरे जीवन संघर्ष करते रह गये. जो लोग इन राष्ट्र नायकों का आदर करना नहीं जानते, वे किसी न किसी मानसिक विकृति के शिकार हैं और उनके उपचार की जरूरत है.

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