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शुभांशु शुक्ला ने रचा इतिहास, लंबे इंतजार के बाद अंतरिक्ष के लिए रवाना हुआ मिशन Axiom-4

Axiom 4 Mission:आखिरकार लंबे इंतजार के बाद एक्सिओम-4 मिशन भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और 3 अन्य यात्रियों को लेकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) की यात्रा के लिए उड़ान भर गया। मिशन तय समय के अनुसार दोपहर 12.01 बजे लॉन्च हुआ। इससे पहले स्पेसएक्स ने घोषणा की थी कि आज बुधवार को होने वाली संभावित […]

Axiom 4 Mission
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  • Last Updated: June 25, 2025 13:12:29 IST

Axiom 4 Mission:आखिरकार लंबे इंतजार के बाद एक्सिओम-4 मिशन भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और 3 अन्य यात्रियों को लेकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) की यात्रा के लिए उड़ान भर गया। मिशन तय समय के अनुसार दोपहर 12.01 बजे लॉन्च हुआ। इससे पहले स्पेसएक्स ने घोषणा की थी कि आज बुधवार को होने वाली संभावित उड़ान के लिए मौसम 90 फीसदी अनुकूल है।

शुभांशु शुक्ला ने रचा इतिहास,

एक्सिओम-4 मिशन ने अपने प्रक्षेपण के दौरान करीब 30 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अंतरिक्ष की ओर उड़ान भरी। कहा जा रहा है कि एक्सिओम-4 मिशन की 28 घंटे की यात्रा के बाद यह भारतीय समय के अनुसार गुरुवार शाम 4:30 बजे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचेगा।

इससे पहले इस अंतरिक्ष मिशन के लिए परिवहन सुविधा मुहैया करा रही स्पेसएक्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “एक्सिओम-स्पेस के एक्सिओम-4 मिशन के बुधवार को अंतरिक्ष स्टेशन के लिए प्रक्षेपण के लिए सभी प्रणालियां अच्छी दिख रही हैं और मौसम भी उड़ान के लिए 90 फीसदी अनुकूल दिख रहा है।”

विभिन्न कारणों से प्रक्षेपण में देरी

इससे पहले, एक्सिओम-4 मिशन का प्रक्षेपण विभिन्न कारणों से कई बार विलंबित हो चुका है, पहले खराब मौसम के कारण और फिर स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट पर लीक का पता लगने तथा बाद में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के रूसी मॉड्यूल पर लीक का पता चलने के कारण यात्रा को स्थगित करना पड़ा। पहले इसे 29 मई को लॉन्च किया जाना था। फिर इसे 8 जून, 10 जून और 11 जून तक के लिए स्थगित करना पड़ा।

शुभांशु शुक्ला को जानें

शुभांशु शुक्ला वायुसेना अधिकारी से अंतरिक्ष यात्री बन गए हैं। वे 2026 में भारतीय वायुसेना की लड़ाकू स्ट्रीम में शामिल हुए। जहां वे वायुसेना में लड़ाकू लड़ाकू नेता और परीक्षण पायलट बने। शुभांशु को 2 हजार घंटे से अधिक समय तक Su-30 MKI, MiG-21, MiG-29, जगुआर, डोर्नियर और हॉक जैसे विमानों को उड़ाने का अनुभव है।

शुभांशु ने साल 2019 में इसरो गगनयान के लिए आवेदन किया था, जिसके बाद उन्हें चार अधिकारियों के साथ इसरो के गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम के लिए चुना गया था। इसके बाद उन्होंने अंतरिक्ष में जाने के लिए रूस और बेंगलुरु में ट्रेनिंग ली। लखनऊ में जन्मे शुभांशु शुक्ला की शिक्षा की बात करें तो उन्होंने लखनऊ के सिटी मॉन्टेसरी स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की है। उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बेंगलुरु से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में एमटेक किया है।

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