नई दिल्ली. निजी क्षेत्र के ऋणदाता एक्सिस बैंक ने फिक्स्ड डिपॉजिट या एफडी पर ब्याज दरों में संशोधन किया है. भारतीय रिजर्व बैंक ने इस साल चौथी बार रेपो दर को कम किया है. फिक्स्ड डिपॉजिट पर एक्सिस बैंक की नई ब्याज दर 10 अगस्त 2019 से लागू हुई. एक अन्य निजी क्षेत्र के ऋणदाता आईसीआईसीआई बैंक ने भी 14 अगस्त 2019 से एफडी पर ब्याज दरों में संशोधन किया. एक्सिस बैंक 7 दिनों से लेकर 10 साल तक के लिए विभिन्न परिपक्वताओं के दौरान फिक्स्ड डिपॉजिट की पेशकश करता है.
नवीनतम संशोधन के बाद, एक्सिस बैंक 7 दिनों से 14 दिनों के बीच एफडी पर 3.5 प्रतिशत ब्याज दे रहा है. 46 दिनों से 6 महीने के बीच की एफडी पर, एक्सिस बैंक 6 प्रतिशत ब्याज दर प्रदान करता है. 5 महीने से 9 महीने से कम के लिए, ब्याज दर 6.4 प्रतिशत है. एक्सिस बैंक 9 महीने से 1 साल के बीच एफडी पर 6.75 प्रतिशत की ब्याज दर का भुगतान करता है.
आम जनता के लिए एक्सिस बैंक की नई एफडी दरें (2 करोड़ से नीचे की रकम पर)
7 दिन से 29 दिन के लिए 3.50 प्रतिशत
30 दिन से 45 दिन के लिए 5.50 प्रतिशत
46 दिन से 6 महीने के लिए 6.00 प्रतिशत
6 महीने से 9 महीने के लिए 6.40 प्रतिशत
9 महीने से 1 वर्ष के लिए 6.75 प्रतिशत
1 वर्ष से 2 वर्ष के लिए 7.20 प्रतिशत तक
2 वर्ष से 5 वर्ष के लिए 7.75 प्रतिशत तक
फिक्सड डिपॉजिट में ग्राहकों को एक बार अपने अनुसार रकम जमा करनी होती है. इस रकम की न्यूनतम और अधिकतम राशि बैंक द्वारा निर्धारित होती है. न्यूनतम और अधिकतम राशि के बीच की कितनी भी रकम की एफडी करवा सकते हैं. इस रकम पर निर्धारित ब्याज दर के अनुसार समय अवधि के लिए ब्याज दर मिलता है. इसके अलावा समय अवधि के बाद भी फिक्स्ड डिपॉजिट आगे बढ़ाने पर मिले ब्याज और मूल के साथ अगला ब्याज मिलेगा.