बरेली में एक महिला ने जनप्रतिनिधि को फंसाने के लिए ऐसी साजिश रची कि जांच के दौरान पुलिस के होश उड़ गये. बेशक यकीन न हो लेकिन ये कहानी रील वाली नहीं बल्कि रियल है. महिला ने अपने अपहरण, गैंगरेप और गोली मारने की झूठी कहानी बनाई. इसके लिए डॉक्टर और वार्ड बॉय की मदद ली और सीने में चीरा लगवाकर गोली फंसा लिया. राज का फास होने के बाद पुलिस ने महिला, झोलाछाप डॉक्टर और वार्ड बॉय को गिरफ्तार कर लिया है.
बरेली जिले का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने सबको चौंका दिया है. एक 45 वर्षीय तलाकशुदा महिला ने अपने ही अपहरण और गैंगरेप की ऐसी झूठी कहानी बनाई कि बड़े बड़े शातिर भी फेल मार जाएं. यूं तो ब्लैकमेलिंग वाली कहानियां मीडिया में आती रहती है लेकिन इस मामले में झूठी कहानी को सही साबित करने के लिए महिला ने एक झोलाछाप डॉक्टर से अपने छाती/कंधे में गोली इंप्लांट करवा लिया. महिला ने कहानी कुछ इस तरह बनाई कि 30 मार्च को जब वह दवा लेकर आ रही थी तब पांच लोगों ने उसका अपहरण करके कार में बैठाया और उसमें से तीन ने उसके साथ गैंगरेप किया. चेन-कुंडल लूट लिया और जब उसने भागने की कोशिश की तो उसे गोली मार दी गई. पुलिस को जैसे ही गांधी उद्यान के पास महिला को गोली मारने की खबर मिली उसके हाथ-पांव फूल गये.
पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जब जांच शुरू की और सबसे पहले सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो उसमें महिला एक टेम्पो में जाती हुई दिखी और लगातार मोबाइल पर बातें कर रही थी. उसकी मेडिकल रिपोर्ट में भी गंभीर सवाल उठे, जिस कंधे पर गोली लगने की बात कही गई थी वहां सिर्फ एक कट का निशान था और गोली त्वचा की ऊपरी सतह पर फंसी हुई मिली. डॉक्टरों ने बताया कि यह गोली किसी ऑपरेशन के जरिए लगाई गई थी.
जब पुलिस ने महिला से सख्ती से पूछताछ की तो उसने सच्चाई उगल दी. महिला ने बताया कि उसने जानबूझकर यह कहानी बनाई ताकि कुछ लोकल नेता और व्यापारियों को फंसाकर वसूली कर सके. कंधे में गोली फंसाने में एक झोलाछाप डॉक्टर और सराकारी अस्पताल के वार्ड बॉय ने मदद की थी. इसके लिए महिला ने खुद ही अपहरण, गैंगरेप और गोली मारने के सबूत तैयार किये. पुलिस के मुताबिक महिला के खिलाफ अब केस दर्ज किया जा रहा है. झोलाछाप डॉक्टर पर भी शिकंजा कस गया है.
यह भी पढ़ें-
दिल्ली में आज से चलेंगी ठंडी हवाएं, बिहार में कल आफत बनी बारिश, पढ़े वेदर रिपोर्ट