नई दिल्ली: विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रहा है। विपक्ष के सांसदों ने राज्यसभा के जनरल सेक्रेटरी पीसी मोदी को इसके संबंध में नोटिस भी दे दिया है।
विपक्ष द्वारा राज्यसभा के जनरल सेक्रेटरी को दिए गए नोटिस में 60 सांसदों के दस्तखत हैं, जिसमें कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी, डीएमके, सीपीआई, सीपीआई-एम और राजद शामिल है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने सभापति धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की वजह बताई है। जयराम ने कहा कि राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ पक्षपातपूर्ण तरीके से सदन चलाते हैं। वो विपक्ष को कुछ बोलने का मौका ही नहीं देते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा पक्षपाती सभापति हमने कभी नहीं देखा है।
वहीं, विपक्ष के नोटिस पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा है कि विपक्षी नेता हमेशा से चेयर (सभापति) का अपमान करते रहे हैं। वे जानबूझकर सभापति के अधिकारों का अनादर करते रहते हैं। रिजिजू ने कहा कि सदन में हमारे पास बहुमत है और हमें चेयरमैन पर पूरा भरोसा है।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने आगे कहा कि चाहे कोई भी मुद्दा हो, हम बिल्कुल भी सदन की कार्यवाही को बाधित नहीं करेंगे। समाजवादी पार्टी, टीएमसी और कांग्रेस समेत कई दलों के सांसद मेरे पास आए थे, वो सभी राज्यसभा में चर्चा करना चाहते हैं। लेकिन राहुल गांधी चर्चा नहीं चाहते हैं।
रिजिजू ने कहा कि राहुल गांधी सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेना चाहते हैं। शायद उनका भारत के संसदीय लोकतंत्र में विश्वास नहीं है। राहुल शीतकालीन सत्र के दौरान सिर्फ व सिर्फ हंगामा खड़ा करना चाहते हैं। उनके कहने पर ही कांग्रेस और तमाम विपक्षी सांसद संसद में हंगामा कर रहे हैं।
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