नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संसद में बीआर आंबेडकर को लेकर दिए गए बयान पर देश में बवाल जारी है। विपक्षी दल शाह के बयान से आग-बबूला हैं और वे उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। इस बीच विपक्ष के हमलों से निपटने के लिए बीजेपी ने आज पार्टी मुख्यालय में बड़ी बैठक की। इस मीटिंग में गृह मंत्री शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और किरेन रिजिजू शामिल हुए।

बीजेपी इस तरह करेगी पलटवार

बताया जा रहा है कि भाजपा इस मुद्दे पर अब विपक्ष खासकर कांग्रेस को तगड़ा जवाब देने की तैयारी कर रही है। भाजपा अब अपने सभी बड़े दलित नेताओं को कांग्रेस के खिलाफ उतारेगी। इसके साथ ही कांग्रेस सरकार में बीआर आंबेडकर के साथ जैसा व्यवहार हुआ था। जिस तरह से आंबेडकर को इतने दशकों के बाद भारत रत्न दिया गया, इसे लेकर भी बीजेपी अब कांग्रेस को घेरने वाली है।

देशभर में कार्यक्रम करेगी बीजेपी

जानकारी के मुताबिक संसद के शीतकालीन सत्र के बाद बीजेपी पूरे देश में आंबेडकर को लेकर कार्यक्रम चलाएगी। इस दौरान पार्टी के नेता और कार्यकर्ता जनता के बीच अमित शाह के भाषण की प्रतियां वितरित करेंगे। इसके साथ ही शाह के भाषण की सीडी भी चौक-चौराहों पर चलाई जाएगी। बताया तो ये भी जा रहा है कि संसद के शीतकालीन सत्र को जल्द ही समाप्त भी किया जा सकता है।

गृह मंत्री शाह ने क्या बयान दिया था?

गौरतलब है कि इससे पहले इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कहा था कि आज कल एक फैशन सा हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर। अरे इतना नाम अगर आप भगवान का लेते तो सात जन्मों तक आपको स्वर्ग मिल जाता। शाह के इस बयान पर विपक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि बीजेपी और आरएसएस के नेता आंबेडकर से नफरत करते हैं, यही वजह है कि शाह ने ऐसा बयान दिया है। इसके साथ ही विपक्ष मांग कर रहा है कि गृह मंत्री अपने बयान पर माफी मांगें।

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