नई दिल्ली. EC CBDT To Officers: चुनाव आयोग (Election Commission) की फटकार के बाद, केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने अपने सभी अधिकारियों को कहा कि किसी नेता या उससे जुड़े व्यक्ति के खिलाफ छापा मारने से पहले चुनाव आयोग और संबंधित राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को सूचित किया जाए.
सीबीडीटी ने ये साफ कर दिया है कि जब तक चुनाव आचार सहिंता लागू है अधिकारियों को इस निर्देश का पालन करना होगा. दरसअल चुनाव आयोग ने CBDT से नाराजगी जताई थी कि मध्यप्रदेश में जो छापे मारे गए थे उसके बारे में न ही चुनाव आयोग और और न ही संबंधित राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को सूचित किया गया था.
कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया है कि उसके कहने पर यह कार्रवाई की गई है. इन दिनों मध्यप्रदेश समेत पूरे भारत का राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है. दरअसल, आयकर विभाग और जांच एजेंसियां की छापेमारी के दौरान मध्य प्रदेश में अब तक करीबन 281 करोड़ की नकदी और भार संपत्ति बरामद की जा चुकी है. वहीं इससे पहले कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में भी काफी बड़े पैमाने पर छापेमारी की गई थी, जिसके दौरान भी भारी नकदी और संपत्ति बरामद की गई थी.
चुनावों के वक्त इस तरह की छापेमारी के लिए चुनाव आयोग ने जवाब मांगा था. आयोग ने साफ किया कि किसी भी तलाशी और छापेमारी के दौरान स्थानीय चुनाव अधिकारियों को भी जानकारी दी जाएगी, जिसके बाद ही जांच एजेंसियां और आयकर विभाग मामले में कोई कदम उठाएगी.