Inkhabar
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • Priyanka Gandhi News: प्रियंका गांधी की नई जिम्मेदारी पर कांग्रेस का बयान, प्रमोद तिवारी बोले- हटाया नहीं बल्कि…

Priyanka Gandhi News: प्रियंका गांधी की नई जिम्मेदारी पर कांग्रेस का बयान, प्रमोद तिवारी बोले- हटाया नहीं बल्कि…

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को उत्तर प्रदेश प्रभारी पद से मुक्त कर नई जिम्मेदारी दिए जाने पर जाने पर कांग्रेस पार्टी ने सफाई दी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा को हटाया नहीं गया है, बल्कि उन्होंने खुद उत्तर प्रदेश की जगह […]

Priyanka Gandhi
inkhbar News
  • Last Updated: December 24, 2023 16:09:35 IST

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को उत्तर प्रदेश प्रभारी पद से मुक्त कर नई जिम्मेदारी दिए जाने पर जाने पर कांग्रेस पार्टी ने सफाई दी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा को हटाया नहीं गया है, बल्कि उन्होंने खुद उत्तर प्रदेश की जगह पूरे देश में काम करने की इच्छा जताई थी। राज्यसभा सांसद ने कहा कि प्रियंका गांधी का प्रमोशन हुआ है, इसलिए उनको हटाए जाने की बात गलत है। वह अब कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक वह पार्टी को मजबूत करने और प्रचार प्रसार करने का काम करेंगी।

सपा-कांग्रेस के रिश्ते पर बोले

कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि प्रियंका गांधी ने कार्यकर्ताओं की इच्छा पर पूरे देश में काम करने का निर्णय लिया है। उन्हें अब किसी प्रदेश तक सीमित करने के बजाय राष्ट्रीय स्तर पर रखने का पार्टी ने निर्णय लिया है। राष्ट्रीय स्तर पर वो कांग्रेस पार्टी को चुनाव लड़ाएंगी और पार्टी को मजबूत करेंगी। प्रमोद तिवारी ने आगे कहा, उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच दूरियां बढ़ाने की खबर पूरी तरह से गलत तथा निराधार है। दूरियों की जगह पिछले कुछ दिनों में नजदीकियां और बढ़ीं हैं। अखिलेश यादव भी लगातार ये बयान दे रहे हैं कि इंडिया गठबंधन साथ मिलकर चुनाव लड़ेगा और भाजपा को हराएगा।

बेरोजगारी के मुद्दे पर घिरी बीजेपी

उन्होंने आगे कहा कि भाजपा महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर बुरी तरह से घिरी हुई है। तमाम दूसरे मुद्दों पर भी फेल है, इसीलिए वो मंदिर का राजनीतिकरण कर रही है। उन्होंने कहा कि मंदिर के लोकार्पण कार्यक्रम में पीएम मोदी को नहीं जाना चाहिए था। पीएम के बजाय राष्ट्रपति से इसका लोकार्पण कराना चाहिए। भगवान राम के मंदिर की सबसे बड़ी विरोधी बीजेपी ही थी।