नई दिल्ली/जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली स्थित प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर पहुंच गए हैं. इस बीच ईडी के अधिकारियों ने उनसे फेमा मामले को लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. बता दें कि गुरुवार (26 अक्टूबर) को ईडी ने वैभव को समन जारी किया था.

क्या है पूरा मामला जानिए…

ईडी ने कुछ महीने पहले महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में स्थित एक कंपनी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस में छापेमारी की थी. बताया जाता है कि इस कंपनी के निदेशक कथित तौर पर वैभव गहलोत के बिजनेस पार्टनर हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि मुंबई में स्थित इस फर्म ने शेयरों की खरीद-फरोख्त में फेमा के प्रावधानों का उल्लंघन किया है. ईडी के इन दावों का वैभव गहलोत ने खंडन किया है.

ईडी क्यों करती है कार्रवाई?

गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मुख्य रूप से तीन अधिनियमों के तहत जांच करता है. जिसमें पीएमएलए, फेमा और एफईओ शामिल है. विदेशी मुद्रा के लेनदेन का मामला फेमा अधिनियम के तहत आता है. जिसका उल्लंघन होने पर ईडी कार्रवाई करती है.

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