Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले ने पूरे क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया है. इस हमले के बाद शुरू हुई बुलडोजर कार्रवाई पर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने गहरी चिंता जताई है. उन्होंने सरकार से अपील की है कि आतंकवादियों और निर्दोष नागरिकों के बीच अंतर सुनिश्चित करते हुए सावधानीपूर्वक कार्रवाई की जाए.
पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में 26 लोग ज्यादातर पर्यटक मारे गए थे. हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली. इसके बाद सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया. जिसमें संदिग्धों की गिरफ्तारी और उनके ठिकानों को निशाना बनाया गया. हालांकि मुफ्ती ने दावा किया कि इस दौरान कई निर्दोष नागरिकों के घर भी बुलडोजर से ध्वस्त कर दिए गए.
महबूबा मुफ्ती ने अपने एक्स पोस्ट में कहा ‘निर्दोष कश्मीरियों को आतंकवाद विरोधी अभियानों का खामियाजा नहीं भुगतना चाहिए. अलगाव केवल उन लोगों की मदद करता है जो विभाजन पर पनपते हैं.’ उन्होंने चेतावनी दी कि बिना सबूत के की गई कार्रवाइयां कश्मीरी नागरिकों में नाराजगी और अलगाव की भावना को बढ़ा सकती हैं. इससे आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों को फायदा हो सकता है.
मुफ्ती ने सरकार से मांग की कि सुरक्षा बलों को साक्ष्य-आधारित और लक्षित कार्रवाइयों का निर्देश दिया जाए. उन्होंने जोर देकर कहा ‘न्याय और विश्वास आतंकवाद के खिलाफ सबसे मजबूत हथियार हैं.’ साथ ही उन्होंने मानवाधिकारों और नागरिक सम्मान को प्राथमिकता देने की अपील की ताकि क्षेत्र में शांति और विश्वास बहाल हो सके.