भारत के उत्तर-पूर्वी हिस्से में एक बार फिर भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए हैं। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, शनिवार सुबह 7 बजकर 38 मिनट और 25 सेकेंड पर असम के नागांव जिले में भूकंप आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 2.9 मापी गई। भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई में था, जो 26.50 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 93.27 डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित रहा।
असम में शनिवार सुबह भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए, हालांकि इससे किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है। झटके मामूली थे और स्थानीय लोगों में हलचल जरूर देखी गई, लेकिन कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। गौरतलब है कि इससे पहले भी असम में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं।
हाल ही में 28 मार्च को भी असम में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। यह झटके म्यांमार में आए एक शक्तिशाली भूकंप के कारण थे, जिसका असर असम के कई जिलों में देखा गया था। इससे पहले 27 फरवरी 2025 को मोरीगांव जिले में 5.0 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसका केंद्र जमीन से 16 किमी की गहराई में था। गुवाहाटी सहित कई अन्य क्षेत्रों में भी झटके महसूस किए गए थे। हालांकि, इन दोनों घटनाओं में भी किसी प्रकार की हानि की कोई खबर नहीं मिली थी।
भूकंप पृथ्वी की सतह के नीचे होने वाली भूगर्भीय गतिविधियों के कारण आते हैं। धरती की बाहरी परत, जिसे लिथोस्फीयर कहा जाता है, कई टेक्टोनिक प्लेटों में बंटी होती है। ये प्लेटें निरंतर धीरे-धीरे हिलती रहती हैं। जब ये प्लेटें आपस में टकराती हैं, अलग होती हैं या एक-दूसरे के नीचे खिसकती हैं, तो इनके बीच तनाव उत्पन्न होता है। जब यह तनाव एक सीमा के बाद अचानक मुक्त होता है, तो भूकंप की स्थिति बनती है।