रायपुर। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार-10 मार्च को बघेल के 14 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इस दौरान उनके आवास पर बड़ी संख्या में कैश मिला। बताया जा रहा है कि नोट इतना ज्यादा है कि उसे गिनने के लिए जांच एजेंसी को मशीन मंगानी पड़ी है। मालूम हो कि ये छापेमारी शराब घोटाले के मामले में हुई है।
इस बीच भूपेश बघेल ने एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा है, ED घर से चली गई है। मेरे घर में उनको तीन चीजें मिली हैं।
1-मंतूराम और डॉ पुनीत गुप्ता (डॉ रमन सिंह जी के दामाद) के बीच करोड़ों के लेनदेन की बातचीत की पेनड्राइव।
2- डॉ रमन सिंह जी के पुत्र अभिषाक सिंह की सेल कंपनी के कागज।
3- पूरे संयुक्त परिवार में खेती, डेयरी, स्त्रीधन, “कैश इन हैंड” मिलाकर लगभग 33 लाख रुपए, जिनका हिसाब उनको दिया जाएगा।
मुख्य बात यह है कि ED के अधिकारी कोई ECIR नंबर नहीं दे पाए हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आने के बाद भूपेश बघेल के समर्थक भी वहां पहुंच गए। भूपेश के समर्थकों ने कार्रवाई के विरोध में नारे लगाना शुरू कर दिया। इसके बाद करीब 5 घंटे बाद ईडी के अधिकारियों ने नोट गिनने की मशीन मंगाई। इसे लेकर भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने खूब विरोध किया। बताया जा रहा है कि ईडी ने पैसे गिनने के साथ ही नोट गिनने वाली मशीन भी मंगवाई है।
बता दें कि ईडी ने भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के परिसरों पर भी छापेमारी की है। चैतन्य बघेल के करीबी लक्ष्मी नारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल और कई अन्य लोगों के ठिकानों में पर तलाशी ली जा रही है।