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Electoral Bonds: चुनावी बॉन्ड को लेकर बोले अमित शाह, भाजपा को सबसे ज्यादा चंदे मिलने की बात झूठी

नई दिल्लीः अमित शाह ने भाजपा को चुनावी बॉन्ड के द्वारा ज्यादा चंदा मिलने के विपक्ष के दावे को निराधार करार दिया है। शाह ने साफ किया कि इंडी गठबंधन को भी भाजपा के बराबर ही 6200 करोड़ का चंदा चुनावी बॉन्ड के द्वारा मिला है। चुनावी बॉन्ड को लेकर विपक्ष के हमले का जवाब […]

Electoral Bonds: चुनावी बॉन्ड को लेकर बोले अमित शाह, भाजपा को सबसे ज्यादा चंदे मिलने की बात झूठी
inkhbar News
  • Last Updated: March 20, 2024 20:29:09 IST

नई दिल्लीः अमित शाह ने भाजपा को चुनावी बॉन्ड के द्वारा ज्यादा चंदा मिलने के विपक्ष के दावे को निराधार करार दिया है। शाह ने साफ किया कि इंडी गठबंधन को भी भाजपा के बराबर ही 6200 करोड़ का चंदा चुनावी बॉन्ड के द्वारा मिला है। चुनावी बॉन्ड को लेकर विपक्ष के हमले का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी सार्वजनिक होने के बाद विपक्षी नेताओं को मुंह छुपाने की जगह नहीं मिलेगी।

विपक्ष अफवाह फैला रहाः अमित शाह

उच्चतम न्यायालय के फैसले पर कुछ भी बोलने से बचते हुए शाह ने कहा कि चुनावी बॉन्ड योजना से राजनीतिक फंडिंग में कालेधन के इस्तेमाल रोकने में काफी हद तक मदद मिल रही थी और इसके लिए उन्होंने आंकड़े भी जारी किए है। एक कार्यक्रम में बोलते हुए अमित शाह ने विपक्ष पर चुनावी बॉन्ड योजना के बारे में भ्रामक खबरे फैलाने का आरोप लगाया।

राहुल गांधी पर निशाना

चुनावी बॉन्ड को सरकार की हफ्ता वसूली बताने वाले राहुल गांधी के बयान का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें बताना चाहिए कि कांग्रेस ने 1600 करोड़ रुपये की हफ्ता वसूली किससे की। सरकार से मदद की आड़ में बॉन्ड लेने के झूठ का खुलासा करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा को चुनावी बॉन्ड से 90 फीसद फंड चुनाव के दौरान मिला है, जब आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होती है। आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने के दौरान सरकार किसी को भी मदद नहीं कर सकती है।

राजनीतिक फंडिंग में कालेधन का इस्तेमाल

अमित शाह ने कहा कि इनमें से तीन हजार करोड़ रुपए से अधिक के चुनावी बॉन्ड 2019 में चुनाव के दौरान लागू आदर्श चुनाव आचार संहिता के बीच मिले थे। उन्होंने आगे कहा कि चुनावी बॉन्ड योजना लागू होने से राजनीतिक फंडिंग में कालेधन का इस्तेमाल कम करने में मदद मिली है। इसके लिए उन्होंने भाजपा के फंडिंग का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि चुनावी बॉन्ड योजना लागू होने के पहले भाजपा को 81 फीसद से ज्यादा फंडिंग नकद के रूप में मिलती थी, जो योजना लागू होने के बाद 2017 और 2018 में 17 फीसद तक आ गई।