नई दिल्ली : किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की भूख हड़ताल सोमवार को 21वें दिन भी जारी रही। डॉक्टरों ने उनकी बिगड़ती तबीयत के चलते उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी है। हालांकि, उन्होंने कोई भी इलाज कराने से इनकार कर दिया है। कैंसर से पीड़ित जगजीत सिंह डल्लेवाल (70) पंजाब और हरियाणा के बीच खनौरी बॉर्डर पर भूख हड़ताल पर हैं। वे केंद्र से फसलों के एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत आंदोलनकारी किसानों की मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं।
डॉक्टर ने डल्लेवाल की सेहत के बारे में बताया कि जांच रिपोर्ट के अनुसार, ‘क्रिएटिनिन’ का स्तर बढ़ रहा है और जीएफआर (ग्लोमेरुलर फिल्ट्रेशन रेट) घट रहा है। ‘कीटोन’ भी उच्च स्तर पर है, जिसका मतलब है कि उनकी हालत बहुत खराब है।” पेशाब में कीटोन का उच्च स्तर बताता है कि शरीर ऊर्जा के लिए ग्लूकोज की जगह वसा का उपयोग कर रहा है। वहीं, क्रिएटिनिन एक अपशिष्ट उत्पाद है, जो शारीरिक गतिविधि के दौरान मांसपेशियों की कोशिकाओं के टूटने पर बनता है। गुर्दे रक्त से क्रिएटिनिन को छानकर मूत्र के माध्यम से शरीर से बाहर निकाल देते हैं लेकिन जब गुर्दे ठीक से काम नहीं करते हैं, तो रक्त में क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ने लगता है।
डॉक्टर ने आगे बताया कि डल्लेवाल ने कुछ भी नहीं खाया है और वह केवल पानी पी रहे हैं। उन्होंने बताया कि डल्लेवाल इतने कमजोर हो गए हैं कि वह खुद खड़े नहीं हो पा रहे हैं और उन्हें सहारे की जरूरत है। कुछ दिन पहले डल्लेवाल का बीपी 80/50 के बीच दर्ज किया गया था, जो अच्छा संकेत नहीं है। डॉक्टर ने कहा कीं डल्लेवाल को हृदय गति रुकने का संदेह जताया है। डॉक्टरों ने डल्लेवाल के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए प्रदर्शन स्थल पर चिकित्सा उपकरण लगाए हैं
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