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Farmer Protest: मोदी सरकार से नहीं बन पाई बात, जानें क्या है किसानों की आगे की रणनीति?

नई दिल्ली। ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन कर रहे किसान नेताओं ने सरकारी एजेंसियों द्वारा पांच साल तक ‘दाल, मक्का और कपास’ की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर किए जाने के केंद्र सरकार के प्रस्ताव को सोमवार को खारिज करते हुए कहा कि ये किसानों के हित में नहीं है और उन्होंने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी […]

Farmer Protest: किसान सरकार का प्रस्ताव ठुकराया, 21 फरवरी को दिल्ली कूच करने की ठानी
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  • Last Updated: February 20, 2024 11:43:51 IST

नई दिल्ली। ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन कर रहे किसान नेताओं ने सरकारी एजेंसियों द्वारा पांच साल तक ‘दाल, मक्का और कपास’ की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर किए जाने के केंद्र सरकार के प्रस्ताव को सोमवार को खारिज करते हुए कहा कि ये किसानों के हित में नहीं है और उन्होंने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी कूच करने का एलान किया। किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर ने हरियाणा से लगे पंजाब के शंभू बॉर्डर पर मीडिया से कहा कि हम सरकार से अपील करते हैं कि या तो हमारे मुद्दों का समाधान किया जाए या फिर अवरोधक हटाकर हमें शांतिपूर्वक विरोध-प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली जाने की इजाजत दी जाए।

क्या है आगे की रणनीति?

किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने मीडिया से कहा कि ‘दिल्ली चलो’ विरोध प्रदर्शन बुधवार सुबह 11 बजे फिर से शुरू होगा। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली की तरफ मार्च करना शुरू करेंगे। हमें विरोध करने की इजाजत दी जानी चाहिए। किसान नेता ने कहा कि हमें आंदोलन शुरू करने का पूरा हक है। अब किसी बैठक की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को अब फैसला लेना चाहिए। किसानों के लिए हरियाणा-पंजाब बॉर्डर खोला जाना चाहिए।

मांगें मानें या दिल्ली जाने दें

सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि हम सरकार से अपील करते हैं कि या तो हमारी मांगें मान लें या हमें दिल्ली जाने दें। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी किसान बैरिकेड तोड़ना नहीं चाहते, लेकिन कोई भी हमारी बात नहीं सुन रहा। हम प्रयास कर रहे हैं कि किसी को नुकसान न पहुंचे। पंधेर ने कहा कि हम नहीं चाहते कि किसी की जान जाए, लेकिन सरकार हमारी बात नहीं सुन रही है।