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फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, बांग्लादेशियों के भारतीय बनाने वाले बाप-बेटे गिरफ्तार

यह गिरोह एक फर्जी पासपोर्ट बनवाने के लिए बांग्लादेशियों से 2-5 लाख रुपये तक लेता था। बताया जा रहा है कि इस गिरोह ने लगभग 30 हजार फर्जी पासपोर्ट बनवाए थे, जिनमें ज्यादातर बांग्लादेशियों के थे।

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  • Last Updated: December 20, 2024 23:16:48 IST

कोलकाता/नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में कोलकाता पुलिस ने फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। कोलकाता पुलिस ने फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले गिरोह के सरगना समरेश विश्वास और उसके बेटे रिपन बिश्वास को गिरफ्तार किया है।

फर्जी पासपोर्ट बनाते थे

बता दें कि यह गिरोह बांग्लादेश से अवैध रूप से भारत आने वाले लोगों को फर्जी पासपोर्ट बनाने के लिए पहले उनका नकली मतदाता पहचान पत्र और आधार कार्ड कार्ड बनवाता था।

इसके बाद इनके आधार पर अन्य जरूरी दस्तावेजों को भी बनवाया जाता था। फिर कोलकाता के विभिन्न क्षेत्रों से फर्जी पते पासपोर्ट बनाने के लिए आवेदन किया जाता था।

इतना पैसा लेते थे

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह गिरोह एक फर्जी पासपोर्ट बनवाने के लिए बांग्लादेशियों से 2-5 लाख रुपये तक लेता था। बताया जा रहा है कि इस गिरोह ने लगभग 30 हजार फर्जी पासपोर्ट बनवाए थे, जिनमें ज्यादातर बांग्लादेशियों के थे।

ये बांग्लादेशी फर्जी तरीके से भारतीय नागरिक बनकर यूरोपीय देशों तक पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है कि बहुत सारे बांग्लादेश फर्जी भारतीय पासपोर्ट से इटली और फ्रांस तक पहुंचे हैं।

बीजेपी ने सरकार को घेरा

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में राज्य की विपक्षी पार्टी-बीजेपी लगातार बांग्लादेशियों का मुद्दा उठाता आई है। इस गिरोह के भंडाफोड़ के बाद बीजेपी ने ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा है। भाजपा ने कहा कि टीएमसी की सरकार बांग्लादेशियों को भारतीय नागरिक बनाना चाहती है, जिससे उन्हें चुनाव के दौरान फायदा मिल सके। मालूम हो कि 2021 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बांग्लादेशियों का मुद्दा खूब जोर-शोर से उठाया था। इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने ये मुद्दा उठाया था।

वहीं, टीएमसी सरकार लगातार इसे मुद्दे को नकारती आई है। टीएमसी का कहना है कि बीजेपी इस मुद्दे के जरिए अल्पसंख्यकों को निशाना बनाना चाहती है।

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