जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले ने पूरे देश को शोक और आक्रोश में डाल दिया है। इस हमले में 26 आम नागरिकों की जान चली गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हुए हैं। यह नृशंस हमला न सिर्फ भारत, बल्कि दुनिया भर में चिंता और नाराजगी का विषय बना हुआ है। ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह हमला मासूम पर्यटकों पर हुआ, जो यहां अपने जीवन के खास पलों को मनाने आए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि उनका देश इस मुश्किल घड़ी में भारत के साथ खड़ा है और आतंक के सामने कभी झुकेगा नहीं।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत कर हमले की निंदा की और पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की। ट्रंप ने यह भी आश्वासन दिया कि अमेरिका इस मामले में भारत को हरसंभव सहयोग देगा। भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी बताया कि दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हैं।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को संदेश भेजते हुए इस क्रूर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधों का कोई औचित्य नहीं हो सकता और दोषियों को उनके किए की सजा जरूर मिलनी चाहिए। इज़राइल और इटली ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया है। इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे एक “अत्यंत दुखद और अमानवीय घटना” बताया और भारत को समर्थन देने की बात कही।
इस आतंकी घटना के बाद देशभर में गुस्से की लहर फैल गई है। कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मामले की गंभीरता को देखते हुए अपना विदेशी दौरा रद्द कर भारत लौटने का फैसला लिया है। वहीं, सुरक्षा एजेंसियां पूरे क्षेत्र में सघन तलाशी अभियान चला रही हैं, और माना जा रहा है कि जल्द कोई बड़ा जवाबी कदम उठाया जा सकता है।