Delhi CM Rekha Gupta: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के एक वकील को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को जान से मारने की धमकी देने के आरोप में गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया है. इस चौंकाने वाली घटना में खुलासा हुआ कि आरोपी ने अपनी पत्नी को झूठे मामले में फंसाने के लिए यह पूरी साजिश रची थी. गाजियाबाद और दिल्ली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में कोतवाली क्षेत्र से श्लोक त्रिपाठी नामक वकील को हिरासत में लिया गया. प्रारंभिक जांच में सामने आया कि श्लोक ने शराब के नशे में अपनी पत्नी से विवाद के बाद यह कदम उठाया.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, श्लोक त्रिपाठी ने गोरखपुर के पते पर रजिस्टर्ड एक सिम कार्ड से दिल्ली सीएम को धमकी भरा कॉल किया. कॉल करने के बाद उसने मोबाइल फोन अपनी पत्नी के ससुराल में फेंक दिया ताकि जांच में उसकी पत्नी फंस जाए. उसने कहा ‘मैं रेखा गुप्ता को मार दूंगा.’ इस धमकी के बाद दिल्ली पुलिस ने आपातकालीन हेल्पलाइन पर प्राप्त कॉल की जांच शुरू की. कॉल की लोकेशन कोतवाली थाना क्षेत्र के पंचवटी इलाके में ट्रेस हुई. जिसके बाद गाजियाबाद पुलिस की मदद से श्लोक को गिरफ्तार कर लिया गया.
गाजियाबाद और दिल्ली पुलिस की संयुक्त टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए श्लोक त्रिपाठी को हिरासत में लिया और उसे दिल्ली पुलिस को सौंप दिया. दिल्ली पुलिस वर्तमान में आरोपी से पूछताछ कर रही है. जांच में यह भी पता चला कि सिम कार्ड श्लोक के किसी रिश्तेदार के नाम पर रजिस्टर्ड था. जिससे उसने अपनी पहचान छिपाने की कोशिश की. कोतवाली पुलिस ने बताया ‘आरोपी ने नशे की हालत में यह कृत्य किया. हम मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं.’ पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इस साजिश में और कौन-कौन शामिल हो सकता है.
श्लोक त्रिपाठी और उनकी पत्नी के बीच लंबे समय से पारिवारिक विवाद चल रहा था. सूत्रों के अनुसार श्लोक अपनी पत्नी को किसी मामले में फंसाने की मंशा रखता था. जिसके लिए उसने दिल्ली सीएम को धमकी देने का यह खतरनाक कदम उठाया. इस तरह की हरकतें न केवल कानूनी रूप से गंभीर हैं बल्कि समाज में भी गलत संदेश देती हैं. यह मामला गोरखपुर और गाजियाबाद में चर्चा का विषय बन गया है जहां लोग इस साजिश पर हैरानी जता रहे हैं.
हाल के वर्षों में साइबर क्राइम और धमकी भरे कॉल के मामले बढ़े हैं. गाजियाबाद में ही हाल में एक महिला को डिजिटल अरेस्ट कर 9.55 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया था. जहां साइबर ठगों ने मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखाकर ठगी की थी. ऐसे मामलों में पुलिस की त्वरित कार्रवाई और जागरूकता ही बचाव का रास्ता है. श्लोक त्रिपाठी का यह कृत्य न केवल व्यक्तिगत विवाद को दर्शाता है बल्कि तकनीक के दुरुपयोग की गंभीर समस्या को भी उजागर करता है.
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