राजकोट: गुजरात में राजनीति दलों के बीच हाथापाई होने का मामला सामने आया है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शनिवार रात यहां मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के घर के बाहर जमकर हंगामा किया. मामला इतना बढ़ गया कि बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प तक हो गई. बता दें कि कांग्रेस उम्मीदवार के भाई पर हमले के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ता मुख्यमंत्री के आवास के बाहर विरोध जताने इकट्ठा हुआ थे. मामला बढ़ते देख पुलिस ने पहले तो दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश की. जब बात नहीं बनी तो पुलिस को लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा. इस हंगामे की अगुवाई राजकोट पश्चिम सीट से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस उम्मीदवार इंद्रनील राजगुरु ने की. लाठीचार्ज में कुछ कार्यकर्ताओं को चोट भी लगी है.
कांग्रेस उम्मीदवार इंद्रनील राजगुरु को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. कांग्रेस का आरोप है कि इंद्रनील के भाई दिव्यनील राजगुरु की पिटाई के पीछे भाजपा का हाथ है और बीजेपी के इशारे पर ही इसे अंजाम दिया गया. हालांकि बीजेपी ने इंद्रनील के आरोपों को सिरे से नकार दिया है. भाजपा ने इस हंगामे की अगुवाई करने वाले इंद्रनील राजगुरु पर साजिश का आरोप लगाया है.
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी ने कहा है कि पुलिस की यह कार्रवाई दिखाती है कि भाजपा सरकार कैसे काम कर रही है. यदि राजनेताओं के साथ ऐसा होता है तो फिर आम लोगों के खिलाफ पुलिस क्या करती होगी, ये सोचने वाली बात है. बीजेपी गंदी राजनीति के निचले स्तर तक पहुंच गई है. मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे बिजनेसमैन इंद्रनील राजगुरु करोड़ों की संपत्ति के साथ सबसे अमीर नेता हैं.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार शाम राजकोट आने वाले हैं. पीएम मोदी के दौरे से ठीक पहले इस घटना ने पुलिस की सुरक्षा के दावे पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.