उत्तराखंड के पवित्र तीर्थस्थल केदारनाथ में शनिवार सुबह एक हेली एंबुलेंस के क्रैश लैंडिंग ने सभी को दहशत में डाल दिया. यह हेलीकॉप्टर एम्स ऋषिकेश से एक बीमार मरीज को बचाने के लिए केदारनाथ पहुंचा था. लेकिन लैंडिंग के दौरान तकनीकी खराबी के कारण अनियंत्रित हो गया. हेलीकॉप्टर में सवार डॉ. बालवंत और नर्सिंग स्टाफ मनोज कुमार की जान खतरे में पड़ गई. पायलट कैप्टन रविंद्र की सूझबूझ और बाबा केदार के आशीर्वाद से तीनों सुरक्षित बच गए.
हादसे के बाद डॉ. बालवंत ने कहा बाबा केदार का आशीर्वाद है कि हम सभी सुरक्षित हैं. जब हम ऋषिकेश से केदारनाथ के लिए निकले, तो मन में उत्साह था कि मरीज को बचाएंगे और साथ ही बाबा केदार के दर्शन भी हो जाएंगे. उन्होंने बताया कि हेलीकॉप्टर जब केदारनाथ के करीब पहुंचा तो सुकून का अहसास हो रहा था. लेकिन हेलीपैड से महज 20 मीटर पहले हेलीकॉप्टर अचानक अनियंत्रित होकर गिरने लगा. डॉ. बालवंत ने कहा पायलट कैप्टन रविंद्र ने जिस तरह सूझबूझ दिखाई और हेलीकॉप्टर को एरियल के बल पर गिरने दिया, उससे हमारी जान बच गई.
हेलीकॉप्टर की क्रैश लैंडिंग के दौरान इसकी टेल रोटर क्षतिग्रस्त हो गई. हेलीपैड से कुछ दूरी पहले हेलीकॉप्टर तेजी से नीचे आया और लैंडिंग के बाद 360 डिग्री घूम गया. स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि पायलट की त्वरित निर्णय क्षमता ने एक बड़े हादसे को टाल दिया. रुद्रप्रयाग के जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे ने कहा हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी के कारण आपात लैंडिंग करनी पड़ी. पायलट की सूझबूझ से तीनों लोग सुरक्षित हैं.
यह पूरी घटना एक युवक के मोबाइल में कैद हो गई. जो उस समय हेलीपैड की ओर रील बना रहा था. वायरल वीडियो में हेलीकॉप्टर को तेजी से नीचे आते और हेलीपैड के किनारे टकराते देखा जा सकता है. लैंडिंग के बाद हेलीकॉप्टर के रोटर की गति के कारण यह घूम गया. पास खड़े लोग तुरंत बचाव के लिए दौड़े. यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, और लोग पायलट की तारीफ कर रहे हैं.
केदारनाथ धाम में हेलीकॉप्टर क्रैश.
हेलीकॉप्टर एम्स ऋषिकेश से केदारनाथ
किसी मरीज को लेने पहुंचा था. टेल टूट जाने से हुआ हादसा . हेलीकॉप्टर में 3 लोग सवार थे जो सुरक्षित हैं. pic.twitter.com/xkx1IwI7IH— Madhurendra kumar मधुरेन्द्र कुमार (@Madhurendra13) May 17, 2025
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केदारनाथ में चारधाम यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर सेवाएं श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण हैं. लेकिन हाल के वर्षों में कई हादसों ने इन सेवाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं. पिछले साल मई में भी एक हेलीकॉप्टर को आपात लैंडिंग करनी पड़ी थी और 2022 में केदारनाथ के पास हुए हादसे में सात लोगों की जान चली गई थी. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इस हादसे की जांच शुरू कर दी है.