लखनऊ: मुंबई में हुए 26/11 आतंकी हमलों के अहम आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा को गुरुवार को अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद विशेष विमान के जरिए नई दिल्ली लाया गया। करीब पौने सात बजे उसका विमान इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI Airport) पर उतरा। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे ऑपरेशन को गोपनीय तरीके से अंजाम दिया।
राणा को एयरपोर्ट पर लगभग आधे घंटे तक कड़ी सुरक्षा के बीच रखा गया, जिसके बाद उसे अदालत में पेश करने के लिए अधिकारियों की टीम रवाना हुई। इस पूरे दौरान NSG कमांडो और SWAT टीम की निगरानी में उसका मूवमेंट हुआ।
अब इस हाई-प्रोफाइल मामले में तहव्वुर राणा की ओर से कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए दिल्ली राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (डालसा) ने वरिष्ठ अधिवक्ता पीयूष सचदेवा को नियुक्त किया है। डालसा समाज के कमजोर और जरूरतमंद तबकों को मुफ्त कानूनी सहायता उपलब्ध कराने वाला संगठन है, जो कि विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 के तहत संचालित होता है।
पीयूष सचदेवा एक प्रतिभाशाली और युवा वकील हैं, जिनकी शिक्षा और अनुभव उन्हें इस मामले में विशेष बनाता है। उन्होंने पुणे के प्रसिद्ध ILS लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई पूरी की है। इसके बाद उन्होंने लंदन स्थित किंग्स कॉलेज से एलएल.एम. (LL.M.) की डिग्री हासिल की। उनके पास अंतरराष्ट्रीय कानून और आपराधिक मामलों का गहरा अनुभव है, जो तहव्वुर राणा जैसे संवेदनशील केस में अहम भूमिका निभा सकता है। फिलहाल, तहव्वुर राणा की भारत में उपस्थिति को आतंकी नेटवर्क के खिलाफ बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियों की नजर अब उसकी भूमिका और संबंधों की जांच पर टिकी हुई है।
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