पहलगाम/नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार दोपहर हुए आतंकवादी हमले में 26 हिंदू और एक मुस्लिम समेत 27 लोगों की मौत हो गई। जबकि 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए। बता दें कि यह हमला उस वक्त हुआ जब बैसरन घाटी में बड़ी तादाद में पर्यटक मौजूद थे। आतंकी हमले में मारे गए लोगों में यूपी, गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के लोग शामिल हैं। नेपाल और UAE के एक-एक टूरिस्ट भी मारे गए हैं।
आतंकी हमले के दौरान घटनास्थल पर मौजूद रहे लोगों ने बताया कि आतंकियों ने पर्यटकों से कलमा पढ़ने को कहा, ताकि वो गोली चलाने से पहले ये जान सकें कि कौन-कौनसे लोग हिंदू हैं।आतंकियों ने धर्म चेक करने के लिए पर्यटकों की पैंट भी उतरवाई और ID कार्ड भी चेक किया।
इस बीच देबाशीष भट्टाचार्य नाम के एक शख्स ने बड़ा दावा किया है। असम यूनिवर्सिटी में एसोसिएट प्रोफेसर भट्टाचार्य ने मीडिया को बताया, ‘हमले के दौरान मैं अपने परिवार के साथ एक पेड़ के नीचे लेटा हुआ था। तब मैंने सुना कि मेरे आसपास के लोग कलमा पढ़ रहे हैं। यह सुनते ही मैंने भी कलमा पढ़ना शुरू कर दिया। कुछ ही देर में आतंकी मेरी तरफ बढ़े और मेरे बगल में लेटे हुए व्यक्ति के सिर में गोली मार दी। इसके बाद आतंकी ने मेरी तरफ देखा और पूछा कि तुम क्या कर रहे हो? फिर मैं और तेजी से कलमा पढ़ने लगा। इसके बाद वह मुड़कर वहां से चला गया।’
हिंदू हो ना तुम! आतंकियों ने पहले धर्म पूछा, फिर गोलियों से छलनी कर दिया, 28 हिंदुओं की मौत