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हिंदू नहीं बचे तो मुस्लिम की खैर नहीं, जगद्गुरु परमहंस ने बांग्लादेशी मुसलमान को ललकारा

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर आचार्य जगद्गुरु परमहंस ने चिंता जताई है। वहीं उन्होंने कहा कि भारत सरकार को बांग्लादेश में हो रहे इन हमलों में हस्तक्षेप करना चाहिए और हिंदुओं की रक्षा करनी चाहिए. आचार्य परमहंस ने कहा कि वहां हिंदू बहन-बेटियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं, जो असहनीय है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर बांग्लादेश में हिंदू नहीं बचे तो वहां मुसलमानों की स्थिति भी संकट में पड़ सकती है.

Hindus do not survive, then Muslims will not be well, Jagadguru Paramhansa challenged Bangladeshi Muslims.
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  • Last Updated: December 1, 2024 21:32:23 IST

नई दिल्ली: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर आचार्य जगद्गुरु परमहंस ने चिंता जताई है। वहीं उन्होंने कहा कि भारत सरकार को बांग्लादेश में हो रहे इन हमलों में हस्तक्षेप करना चाहिए और हिंदुओं की रक्षा करनी चाहिए. आचार्य परमहंस ने कहा कि वहां हिंदू बहन-बेटियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं, जो असहनीय है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर बांग्लादेश में हिंदू नहीं बचे तो वहां मुसलमानों की स्थिति भी संकट में पड़ सकती है.

 

हिंदुओं की रक्षा करनी चाहिए

 

परमहंस आचार्य ने बांग्लादेश सरकार, प्रधानमंत्री, अदालतों और आतंकियों को चेतावनी देते हुए कहा कि समय रहते सावधान हो जाएं. वहीं उन्होंने कहा कि ”हम मानवतावादी हैं, लेकिन अगर वहां हिंदुओं पर हमले नहीं रुकता है तो बदला लिया जाएगा. हालांकि आगे उन्होंने कहा कि भारत सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए और हिंदुओं की रक्षा करनी चाहिए। हिंदू बहनों और बेटियों के साथ बलात्कार किया जा रहा है। अगर वहां हिंदू नहीं बचेंगे तो मुस्लिम भी नहीं बचेंगे। मैं बांग्लादेश सरकार को चेतावनी देना चाहता हूं।

 

आतंकवादी या जिहादी हों

 

यह एक चेतावनी है कि चाहे प्रधानमंत्री हों, अदालतें हों या आतंकवादी या जिहादी हों, उन्हें समय रहते चेत जाना चाहिए। हम मानवतावादी हैं लेकिन अगर वहां हिंदुओं पर हमले नहीं रुके तो हम पर जवाबी कार्रवाई की जाएगी।’ यदि हिंदू उत्पीड़न नहीं रुका तो बांग्लादेश को करारा जवाब दिया जाएगा।

अगर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले नहीं रुके तो वहां भी तिरंगा झंडा लहराएगा। भारत के विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ती हिंसा और चरमपंथी बयानबाजी पर चिंता व्यक्त की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने गुजारिश की है.

 

आरोपों से इनकार किया

 

वहीं सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में मुन्नी साहा को भीड़ से घिरा हुआ देखा जा सकता है. वीडियो में एक आवाज सुनाई दे रही है, जिसमें उन पर 2009 में बांग्लादेश राइफल्स विद्रोह से संबंधित गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाया गया है, जिसमें 57 लोग मारे गए थे। आरोप लगाते हुए कहा गया, “आप इस देश को भारत का हिस्सा बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

आपके हाथ छात्रों के खून से रंगे हैं। मुन्नी साहा ने इन आरोपों से इनकार किया और कहा, ”मैंने इस देश को कैसे नुकसान पहुंचाया? यह मेरा भी देश है.” मुन्नी साहा पहले एटीएन न्यूज की न्यूज हेड रह चुकी हैं. शेख हसीना सरकार के पतन के बाद उन पर और कई अन्य पत्रकारों पर मानवता के खिलाफ अपराध का आरोप लगाया गया था.

 

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