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मोबाइल रेडिएशन से मुक्ति का जावड़ेकर फॉर्मूला, संसद में लेकर आए नई डिवाइस

मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने मोबाइल रेडिएशन से बचाने के लिए अनोखा तरीका अपनाया. जावडेकर ने मोबाइल फोन को खुद के चेहरे और कान से दूर रखा है और लैंडलाइन रिसीवर के जरिए फोन पर बात की. जो कि मीडियाकर्मियों के बीच भी चर्चा का विषय बन गया. उम्मीद है कि जावडेकर की इस डिवाइस की चर्चा से मोबाइल रेडिएशन से जुड़ी परेशानियों पर भी चर्चा का नया दौर शुरू होगा, जो आजकल लोग भूल चुके हैं.

human resource minister Prakash Javadekar was spotted using a landline receiver to protect himself from mobile radiation
inkhbar News
  • Last Updated: December 22, 2017 23:31:52 IST

नई दिल्ली. मोबाइल फोन और टॉवर्स से होने वाले रेडिएशन को लेकर दुनियां भर में बहस छिड़ी है, भारत में भी जूही चावला ने लम्बा कैम्पेन चलाया लेकिन कोई बड़ा हल या फॉरमूला इससे निपटने के लिए अभी तक ना सरकार की तरफ से और ना ही किसी संगठन की तरफ से सामने आया. लेकिन खुद को इस मोबाइल रेडिएशन से बचाने के लिए पूर्व पर्यावरण मंत्री और वर्तमान मे मानव संसाधन विकास मंत्रालय संभाल रहे प्रकाश जावडेकर ने जो फॉरमूला इस्तेमाल किया, वो संसद में ही नहीं उपस्थित मीडियाकर्मियों के बीच भी चर्चा का विषय बन गया.

दरअसल विंटर सैशन के दौरान कई लोगों की नजर प्रकाश जावडेकर के हाथ में मौजूद एक अनोखी डिवाइस पर पड़ी. ये बैगनी रंग का लैंडलाइन फोन का एक रिसीवर था, जिस पर वो बात करते हुए संसद के बाहर आए. तो मीडियाकर्मी ही नहीं साथी सांसद भी चौंके. सबको लगा कोई मजाक है, कहीं किसी तरह का अनोखा प्रदर्शन तो नहीं क्योंकि संसद में लोग साइकिल से लेकर ट्रैक्टर तक तमाम अनोखी चीजें सांसद केवल कुछ मुद्दों की तरफ ध्यान खींचने के लिए लाते हैं या लाने की कोशिश करते हैं.

फिर लोगों ने पाया कि मामला ही कुछ दूसरा है, उस लैंडलाइन रिसीवर का कनेक्शन एक मोबाइल फोन से है, जो जावडेकर साहब के दूसरे हाथ में हैं. यानी उन्होंने जुगाड़ लगाकर मोबाइल फोन को खुद के चेहरे और कान से दूर रखा है और लैंडलाइन रिसीवर के जरिए फोन पर बात कर रहे हैं. जब लोगों की समझ में माजरा आया तो लगे उनके फोटो खींचने. हालांकि जावडेकर ने फोटो खींचने पर तो कोई ऐतराज नहीं किया, लेकिन अपनी इस अनोखी डिवाइस पर बयान देने से लगातार बचते रहे.

जब मीडिया वालों ने मिलकर घेर लिया और कई बार पूछा तो प्रकाश जावडेकर ने बस इतना कहा, ‘हां रेडिएशन से मुक्ति के लिए’ जावडेकर पर्यावरण मंत्रालय संभाल चुके हैं, उन्हें रेडिएशन से होने वाले खतरों का बखूबी पता है, तभी शायद ये फॉरमूला इस्तेमाल किया होगा. उम्मीद है कि जावडेकर की इस डिवाइस की चर्चा से मोबाइल रेडिएशन से जुड़ी परेशानियों पर भी चर्चा का नया दौर शुरू होगा, जो आजकल लोग भूल चुके हैं.

 

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