Pahalgam Terror Attack: पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में तैनात सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान पूर्णम कुमार शॉ 23 अप्रैल 2025 को ड्यूटी के दौरान अनजाने में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पाकिस्तान में प्रवेश कर गए. पाकिस्तान रेंजर्स ने तुरंत उन्हें हिरासत में ले लिया. बीएसएफ ने अपने जवान की रिहाई के लिए पाकिस्तानी अधिकारियों से संपर्क किया है. लेकिन पांच दिन बीतने के बाद भी कोई ठोस प्रगति नहीं हुई है. तीन फ्लैग मीटिंग्स के बावजूद मामला अनसुलझा है. जिससे पूर्णम का परिवार चिंता में डूबा है.
पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रिशरा में रहने वाली पूर्णम की गर्भवती पत्नी रजनी अपने पति की सुरक्षित वापसी के लिए बेचैन हैं. उन्होंने कहा ‘मैं यहां अनंत काल तक बैठकर इंतजार नहीं कर सकती. पिछले 72 घंटों से मुझे उनसे कोई संपर्क नहीं हुआ है.’ रजनी ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा जारी एक तस्वीर जिसमें पूर्णम की आंखों पर पट्टी बंधी थी. वह अपने दो बहनों और एक चचेरे भाई के साथ फिरोजपुर जाने की तैयारी में हैं. रजनी ने चेतावनी दी ‘अगर मुझे वहां से मदद नहीं मिली तो मैं दिल्ली जाऊंगी और पीएमओ से जवाब मांगूंगी.’
पूर्णम की मां देवंती देवी भी गहरे सदमे में हैं. उन्होंने कहा ‘मैं बस यही चाहती हूं कि मेरा बेटा सुरक्षित वापस आ जाए.’ शनिवार को नबाना के अधिकारियों ने रिशरा नगर पालिका के अध्यक्ष बिजॉय सागर मिश्रा के साथ पूर्णम के घर का दौरा किया और परिवार को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार इस मामले को केंद्र के साथ आगे बढ़ाएगी. सांसद कल्याण बनर्जी ने बीएसएफ के डीजी से बातचीत की. जिन्होंने उन्हें बताया कि पूर्णम फिलहाल सुरक्षित और स्वस्थ हैं.