Imran Khan on Human Rights Violation in Kashmir: इमरान खान का दावा- भारत में कश्मीरियों को मानवाधिकारों के सबसे खराब उल्लंघन का करना पड़ रहा सामना
Imran Khan on Human Rights Violation in Kashmir: इमरान खान का दावा- भारत में कश्मीरियों को मानवाधिकारों के सबसे खराब उल्लंघन का करना पड़ रहा सामना
Imran Khan on Human Rights Violation in Kashmir, Kashmir me Manavdhikaar ulanghan per Imran Khan ka byaan: इमरान खान का कहना है कि भारत में कश्मीरियों को मानवाधिकारों के सबसे खराब उल्लंघन का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने एक ट्वीट करके भारतीय सरकार की आरएसएस विचारधारा को फासिस्ट मानसिकता बताया है. उनका कहना है कि कश्मीर में लोगों ने अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है और इसके पीछे सरकार शामिल है. उन्होंने भारत के न्यूयॉर्क शहर के कौंसुल-जनरल, संदीप चक्रवर्ती के उस बयान को लेकर निशाना साधा है जिसमें संदीप ने कहा है कि कश्मीर में हिंदूओं की वापसी के लिए इजराइल की तरह एक मॉडल तैयार किया जा रहा है.
नई दिल्ली. Imran Khan on Human Rights Violation in Kashmir: पाकिस्तान के प्रधान मंत्री, इमरान खान ने सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट ट्विटर पर कश्मीर मुद्दे पर अनदेखी पर दुनिया को लताड़ा. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान का कहना है कि भारती अधिकृत कश्मीर में भारी सैन्य तैनाती भारत सरकार की आरएसएस की विचारधारा की फासीवादी मानसिकता को दर्शाती है जिसने 100 दिनों से अधिक समय से कब्जे वाले कश्मीर की घेराबंदी जारी रखी है. बुधवार को एक ट्वीट में, उन्होंने कहा कि कश्मीरियों को उनके मानवाधिकारों के सबसे खराब उल्लंघन का सामना करना पड़ रहा है. इमरान खान ने कहा कि शक्तिशाली देश अपने व्यापारिक हितों के कारण चुप रहते हैं. उन्होंने भारत द्वारा कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने के बाद से कई बार कहा है कि भारतीय सरकार लोगों के मानवधिकारों का उल्लंघन कर रही है.
पाकिस्तान पीएम इमरान खान ने आज सुबह एक ट्वीट करके कहा कि भारतीय सरकार अपनी विचारधारा के कारण कश्मीर के लोगों के मानवधिकारों का उल्लंघन कर रही है. उन्होंने कहा है कि कश्मीर में लोगों को सबसे ज्यादा मानवधिकारों के उल्लंघन का सामना करना पड़ रहा है.
इससे पहले भी इमरान खान ने भारतीय सरकार पर कश्मीर मुद्दे को लेकर निशाना साधा था. इमरान खान ने इससे पहले करतारपुर कॉरिडोर के उद्धाटन के समय कहा था कि उन्होंने अपनी पहली बैठक के दौरान अपने भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी को सुझाव दिया था कि इसे हल किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा था कि आज हम कश्मीर में जो देख रहे हैं, वह कोई क्षेत्रीय मुद्दा नहीं है. यह मानवीय संकट में बढ़ गया है. दुर्भाग्य से कश्मीर के लोगों के लिए और भी बदतर हालात हो गए हैं, जिन्हें जानवरों की तरह माना जाता है, उनके बुनियादी अधिकारों से वंचित रखा जा रहा है.
भारतीय सरकार द्वारा कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने के बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ राजनयिक संबंधों को कम कर दिया था और भारतीय उच्चायुक्त को निष्कासित कर दिया था. इस्लामाबाद कश्मीर मुद्दे का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने की कोशिश कर रहा था लेकिन भारत ने दावा किया है कि अनुच्छेद 370 हटाना आंतरिक मामला था.
इमरान खान ने कहा था कि कश्मीर मुद्दे के समाधान से भारत और पाकिस्तान की अधिक समृद्धि और आपसी विकास होगा. कश्मीर मुद्दे से दोनों देशों के बीच 70 साल की नफरत हुई है. भारत को कश्मीर के लोगों को न्याय सुनिश्चित करना चाहिए. आशा है कि एक दिन हमारे संबंध में सुधार होगा. उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी कश्मीर में कर्फ्यू हटाएं, पेलेट गन के इस्तेमाल को खत्म करें, मानवाधिकारों के उल्लंघन को खत्म करें और संचार को दोबारा शुरू करें.
Shows the fascist mindset of the Indian govt's RSS ideology that has continued the siege of IOJK for over 100 days, subjecting Kashmiris to the worst violation of their human rights while the powerful countries remain silent bec of their trading interests. https://t.co/ESZiaVp563