नई दिल्ली. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार कितना भी देश की अर्थव्यवस्था दुरुस्त होने का दावे कर लें लेकिन जब बेरोजगारी दर के आंकड़ें सामने आते हैं तो सभी दावे फेल नजर आते हैं. जी, हां सेंटर फॉर मोनिटरिंग इंडियन इकॉनोमी (CMIE) की रिपोर्ट में सामने आया डाटा काफी चौंकाने वाला है. डाटा के अनुसार, फरवरी माह में देश का बेरोजगारी दर पिछले चार महीने सबसे ऊंचे स्तर 7.78% पहुंच गया है.
सीएमआईई के डाटा अनुसार, अक्टूबर से लेकर अब तक फरवरी में आएं आंकड़ें सबसे खराब हैं. इससे पहले जनवरी महीने में बेरोजगारी दर 7.14 फीसदी थी जो फरवरी में बढ़कर 7.78 प्रतिशत के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई.
डाटा के मुताबिक, भारत के ग्रामीण इलाकों में फरवरी माह में बेरोजगारी दर 7.37 प्रतिशत रही जबकि जनवरी माह में यह आंकड़ा 5. 97 प्रतिशत रहा था. वहीं शहरी इलाकों में बेरोजगारी दर का आंकड़ा 8.65 फीसदी रहा.
सेंटर फॉर मोनिटरिंग इंडियन इकॉनोमी की रिपोर्ट में भारतीय अर्थव्यवस्था की सुस्ती साफ नजर आती है. साल 2019 की आखिरी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था पिछले 6 सालों की तुलना में बेहद कमजोर मापी गई थी. हालांकि, साल 2020 की पहली तिमाही में केंद्र सरकार का दावा है कि इस बार अर्थव्यवस्था पिछली तिमाही के मुकाबले बेहतर रहेगी.