नई दिल्ली: चीनी के साथ विवाद और पाकिस्तानी सीमा पर बढ़ रही घुस्पैठ के वारदातों के मद्देनज़र भारतीय सेना जल्द ही लगभग 60 यूएवी (मानवरहित हवाई यान) खरीदने की तैयारी में है. ये यूएवी, एलएसी व एलओसी पर किसी भी नकारात्मक गतिविधि व घुस्पैठ पर कड़ी निगरानी रखेगी. इसकी मदद से सीमा की लाइव तस्वीरें व वीडियो भी साझा किए जा सकेंगे. ये यान भारत में ही निजी कंपनियों द्वारा तैयार किए जाएंगे. इन यानों की खरीद के लिए केंद्र सरकार द्वारा सिर्फ स्वदेशी विक्रेताओं से ही संपर्क किया गया है. कहा जा रहा है कि ये यान 10 घंटों तक 20,000 फीट की उड़ान भर सकेंगे और करीब 200 किलोमीटर की रेंज को कवर करने में सक्षम होंगे. इसके साथ ही ये 20 साल तक बेहतर रूप से काम कर सकेंगे.
गौरतलब है कि इसके लिए सरकार द्वारा जिन कंपनियों से संपर्क किया गया है उन्हें 2 माह के अंदर जवाब देना होगा. जिसके बाद से कंपनी को अगले 2 साल में यानों को तैयार करना होगा. बता दें कि कम्युनिकेशन को ध्यान में रखते हुए ये सभी यूएवी, इनफ्रारेड और इलैक्ट्रो आप्टिकल युक्त होंगे. ये यान जांची परखी तकनीकों से तैयार किए जाएंगे.
इसके अलावा इसमें सिंथेटिक एपरचर रडार और मेरीटाइम एपरटचर रडार भी होगा जिससे की खराब मौसम में भी यान की पहुंच पर कोई असर नहीं पड़ेगा. किसी भी प्रकार की उड़ान को देखकर ये यान मित्र व शत्रु को भी आसानी से भांप सकेगा. इन ड्रोनों को प्रयोग में लेने से पहले फिलहाल भारतीय सेना इसकी और खूबियों को जांचने में लगी है.
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