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Israel- Palastine dispute: इजरायल और फिलस्तीन के बीच विवाद को जानिए, आतंकी हमले की वजह से फिर चर्चा में

नई दिल्लीः इजरायल और हमास के बीच फिर से युद्ध की स्थिति बन गई है। आज सुबह यानी 7 अक्टूबर को आतंकी संगठन हमास ने इजरायल पर ताबड़तोड़ हमला करते हुए 5000 रॉकेट दाग दिया। इस हमले में पांच लोगों की मौत हो गई और लगभग 100 लोग घायल हो गए है। हमले के बाद […]

Israel- Palastine dispute: इजरायल और फिलस्तीन के बीच विवाद को जानिए, आतंकी हमले की वजह से फिर चर्चा में
inkhbar News
  • Last Updated: October 7, 2023 18:48:19 IST

नई दिल्लीः इजरायल और हमास के बीच फिर से युद्ध की स्थिति बन गई है। आज सुबह यानी 7 अक्टूबर को आतंकी संगठन हमास ने इजरायल पर ताबड़तोड़ हमला करते हुए 5000 रॉकेट दाग दिया। इस हमले में पांच लोगों की मौत हो गई और लगभग 100 लोग घायल हो गए है। हमले के बाद इजरायल के पीएम बेंजानिम नेतन्याहू ने कहा आतकियों को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। हमारे तरफ से युद्ध का ऐलान कर दिया गया है। वहीं भारत ने अपने नागरिकों के लिए एडवाजयरी जारी कर दिया है लेकिन आइए जानते है इजरायल- फिलस्तीन विवाद है क्या, जिसकी वजह से इजरायल और हमास में युद्ध की स्थिति बनी हुई है।

इजरायल – फिलिस्तीन विवाद को जानिए

इजरायल -फिलस्तीन विवाद का इतिहास सौ साल से भी ज्यादा पुराना है। ब्रिटेन ने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान ओटोमन सल्तनत की हार के बाद फिल्तीन के नाम से पहचाने जाने वाला हिस्सा को अपने कब्जे में ले लिया था। उस वक्त इजरायल नाम का कोई देश नहीं था। तब इजरायल से लेकर पश्चिम तट तक के जगह को फिलस्तीन क्षेत्र के तौर पर जाना जाता था। वहीं बताया जाता है कि फिलस्तीनी लोग यहीं के रहने वाले थे जबकि यहूदी दूसरे जगह से आकर बस ( रहने लगे ) गए थे।

इजरायल और फिलस्तीन के बीच विवाद की शुरुआत तब हुई जब अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने ब्रिटेन से मांग कि थी वह यहूदी लोगों के लिए फिलस्तीन को एक राष्ट्रीय घर के तौर पर स्थापित करें क्योंकि यहूदियों का मानना है यह उनके पूर्वाजों का घर है। दूसरी तरफ फिलस्तीनी यहां पर फिलस्तीन नाम से नया देश बनाना चाहते थे और फिलस्तीनियों ने ब्रिटेन के इस कदम का पुरजोर विरोध किया था। तब से इजरायल – फिलस्तीन के बीच विवाद की शुरुआत हुई थी।

यरुशलम को लेकर है विवाद

फिलस्तीन लोगों को लेकर जॉर्डन और मिस्त्र जैसे अरब देशों ने लड़ाई लड़ी थी। मगर उन देशों की हार की वजह से फिलस्तीन छोटे हिस्से में सिमट कर रह गया। जॉर्डन के कब्जे वाली जमीन को वेस्ट बैंक नाम दिया गया, मिस्त्र के इलाके वाले हिस्से को गाजा स्ट्रिप कहा गया। वहीं यरुशलम शहर को पश्चिम इजरायली सुरक्षाबलों ने और पूर्व में जॉर्डन के सुराक्षबलों के बीच बांट दिया गया वो भी बिना किसी शांति समझौते के किया गया।

वहीं 1967 में जब दोबारो युद्ध शुरु हुआ तो इजरायल ने पूर्वी यरुशलम, वेस्ट बैंक और गाजा स्ट्रिप पर भी कब्जा जमा लिया। गाजा से तो इजरायल पीछे हट गया लेकिन उसने वेस्ट बैंक पर कंट्रोल जारी रखा। वहीं इजरायल पूर्वी यरुशमल को अपनी राजधानी होने का दावा करता है। जबकि फिलस्तीनी लोग भी इसे भविष्य की राजधानी मानते है। ज्यादातर फिलस्तीनी लोग अभी भी वेस्ट बैंक में ही रहते हैं जबकि कुछ लोग गाजा स्ट्रिप में रहते रहे हैं।

बता दें कि यरुशलम तीन धर्मों यहूदी, इस्लाम और ईसाई के लिए पवित्र स्थल है। यरुशलम में अल- अक्सा मस्जिद है जो इस्लाम के लिए पवित्र है। वहीं यहां पर टेंपल माउंट भी है जो यहूदी धर्म के लोग प्रार्थना करते है और ईसाईयों का क्वॉटर में चर्च ऑफ द होली स्पेलकर मौजूद है। जो कि उनके लिए प्रमुख जगह है। यही वजह है कि तीनों धर्मों के लोग के बीच इस शहर को लेकर विवाद होता रहता है।