नई दिल्लीः इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गुरुवार को कहा कि गाजा में हमास के खिलाफ युद्ध के दौरान उनका देश नागरिकों को नुकसान से बचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। यहां तक कि युद्ध क्षेत्र खाली करने की चेतावनी देने वाले पर्चे तक बंटवाए गए, लेकिन हताहतों की संख्या को कम करने के प्रयास असफल रहे।
सात अक्तूबर को किए गए हमले का बदला
एक अमेरिकी न्यूज चैनल ने नेतन्याहू से पूछा था कि क्या गाजा के सत्तारूढ़ हमास आतंकवादियों द्वारा सात अक्टूबर को किए गए हमले का बदला लेने के लिए इजरायल द्वारा हजारों फलस्तीनियों की हत्या से नफरत की एक नई पीढ़ी को बढ़ावा मिलेगा। इस पर उन्होंने कहा कि किसी भी नागरिक की मौत एक त्रासदी है। हम नागरिकों को नुकसान के रास्ते से बाहर निकालने के लिए सभी प्रयास कर रहे हैं, जबकि हमास उन्हें नुकसान पहुंचाने के लिए सारा हथकंडा अपना रहा है। इसलिए हम सूचना भेजते हैं, उनको फोन करके कहते है कि जगह छोड़ दो और कई सारे लोग चले भी गए।’
सैन्य अभियान का लक्ष्य हमास को नष्ट करना
इजरायल का लगातार कहना है कि उसके सैन्य अभियान का लक्ष्य हमास को खत्म करना है। इसी संदर्भ में पीएम ने कहा कि दूसरी बात जो मैं कह सकता हूं वह यह है कि हम कम से कम नागरिकों को चोटें पहुंचाकर काम को पूरा करने की कोशिश करेंगे। हम कम से कम नागरिकों को परेशान करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन दुर्भाग्य से हम इस काम में असफल रहे।
हमास की गलती आम लोगों को पड़ी भारी
हमास के हमले के जवाब में इजरायल के महीनभर लंबे सैन्य अभियान का खामियाजा फिलिस्तीनी नागरिकों को भुगतना पड़ा है। जिसके बारे में इजरायल का कहना है कि इसमें 1,200 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे। इजरायल के अनुसार हमास ने विभिन्न देशों के करीब 240 लोगों को बंधक बना लिया है।