भुनेश्वर : ओडिशा देश का पहला राज्य बन गया है, जिसने अपनी फायर सर्विसेज डिपार्टमेंट में खास K-9 डॉग स्क्वाड को शामिल किया है। इस स्क्वाड में 10 प्रशिक्षित स्निफर डॉग्स हैं, जो रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद करेंगे। इन डॉग्स में लैब्राडोर और बेल्जियन मेलिनोइस नस्ल शामिल है, जिन्हें राज्य पुलिस से लिया गया है। इन डॉग्स को खासतौर पर मलबे के नीचे फंसे लोगों को ढूंढने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। भूकंप, भूस्खलन जैसी आपदाओं में ये डॉग्स फायर फाइटर्स के लिए काफी मददगार साबित होंगे।
इनकी खासियत यह है कि इनकी परफॉर्मेंस के आधार पर इन्हें पद, प्रमोशन और मेडल भी दिए जाएंगे, जिससे इनके योगदान को सम्मानित किया जा सके। इसके अलावा, ओडिशा फायर सर्विसेज ने अक्टूबर में 22 अत्याधुनिक रोबोट भी अपनी टीम में शामिल किए थे। इन रोबोट्स को फायर-फाइटिंग रोबोटिक मॉनिटर्स कहा जाता है। ये रोबोट आग के बीच जाकर उसे बुझाने और हादसों में फंसे लोगों को बचाने में सक्षम हैं।
K-9 डॉग स्क्वाड और फायर-फाइटिंग रोबोट्स के जुड़ने से ओडिशा की फायर सर्विसेज पहले से ज्यादा सक्षम और हाईटेक बन गई है। यह कदम आपातकालीन स्थिति में लोगों की जान बचाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। नारज में प्रिंसिपल ट्रेनिंग सेंटर के फायर ऑफिसर सत्यपीर बेहरा ने कहा, “बहांगा ट्रेन हादसे के दौरान, हमें बचाव गतिविधियों के दौरान डॉग स्क्वॉड की अहमियत का एहसास हुआ। इसे ध्यान में रखते हुए, हमने फायर सर्विस डिपार्टमेंट में K9 स्क्वॉड को शामिल करने का फैसला किया है।” “ओडिशा सरकार से मंजूरी मिलने के बाद पिल्लों को राजस्थान के डोरा से लाया गया था।
हमें 10 डॉग्स मिले – तीन बेल्जियन मालिनोइस और सात लैब्राडोर। उन्हें जरूरी ट्रेनिंग दी गई है। वे भूकंप और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के दौरान बचाव कार्यों में शामिल होंगे,” बेहरा ने कहा। इससे पहले अक्टूबर में, फायर डिपार्टमेंट ने अपनी मौजूदा क्षमताओं में 22 अत्याधुनिक रोबोट जोड़े थे। इन रोबोट को फायर-फाइटिंग रोबोटिक मॉनिटर कहा जाता है और ये भड़की हुई आग में घुसकर उसे नियंत्रित करने में सक्षम हैं।
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