Inkhabar
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • कानपुर देहात अग्निकांड मामले में जिलाधिकारी ने घटना के मजिस्ट्रियल जांच के दिए आदेश

कानपुर देहात अग्निकांड मामले में जिलाधिकारी ने घटना के मजिस्ट्रियल जांच के दिए आदेश

लखनऊ। कानपुर देहात अग्निकांड मामले को लेकर बड़ी खबर आ रही है बता दें, अग्रिकांड मामले पर जिलाधिकारी ने घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए है। इससे पहले आज ही अग्निकांड में जलकर मरी मां- बेटी का अंतिम संस्कार कानपुर के बिठूर घाट पर किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल […]

kanpur dahat incident
inkhbar News
  • Last Updated: February 15, 2023 14:49:38 IST

लखनऊ। कानपुर देहात अग्निकांड मामले को लेकर बड़ी खबर आ रही है बता दें, अग्रिकांड मामले पर जिलाधिकारी ने घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए है। इससे पहले आज ही अग्निकांड में जलकर मरी मां- बेटी का अंतिम संस्कार कानपुर के बिठूर घाट पर किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद रहा। बता दें, अंतिम संस्कार से पहले सुबह ही बिठुर की सीमाओं पर बैरिकेडिंग कर इलाकों को सील कर दिया गया था।

महिला के बेटे ने लगाए गंभीर आरोप

बता दें, मृतक महिला के बेटे अंकित ने रूरा एसओ पर मां और बहन को आग में झोंकने के प्रयास का आरोप लगाया है। घटना पर कृष्ण गोपाल के बेटे अंकित ने बताया कि, कार्रवाई के दौरान लेखपाल से बचने के लिए मां ने घर का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया था। इसके बाद लेखपाल ने झोपड़ी में पीछे की तरफ से जाकर बहन और मां के ऊपर डीजल डालकर आग के हवाले कर दिया। इसी दौरान जेसीबी से झोपड़ी तोड़ दी गई। इस दौरान रूरा एसओ ने उन्हें भी आग में झोंकने का प्रयास किया था।

लेखपाल व एसडीएम निलंबित

इससे पहले घटना पर कानपुर आयुक्त डॉ राज शेखर ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लेखपाल व एसडीएम को निलंबित कर दिया था। वहीं उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा था कि कानपुर देहात में हुई घटना काफी ज्यादा दुखद है। इस घटना में शामिल किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। प्रशासनिक अधिकारी हो या पुलिस के अधिकारी कानपुर में झुग्गी झोपड़ी पर जाकर जिन लोगों ने ऐसा काम किया है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

क्या है पूरा मामला ?

उत्तर प्रदेश के कानपुर में सोमवार को प्रशासनिक टीम अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची थी। उसने एक परिवार की झोपड़ी पर बुलडोजर चलवा दिया। इस दौरान झुग्गी में आग लग गई, जिसमें जलकर मां-बेटी की मौत हो गई। साथ ही पिता और पुत्र आग से बुरी तरह झुलस गए थे।

बता दें, देर रात परिजनों को समझाने के लिए मंडलायुक्त और आईजी, डीएम भी पहुंचे थे, लेकिन कोई बात नहीं बन पाने के कारण उन्हें वापसी करनी पड़ी। इसके बाद मंगलवार की सुबह उच्चाधिकारी फिर से परिजनों को समझाने का प्रयास करने के लिए आए तो अब पीड़ित के परिजनों ने प्रशासन से मुआवजे के तौर पर पांच करोड़, सरकारी नौकरी और दोनों बेटों के लिए आवास की मांग पर अड़ गए थे।

लॉरेंस बिश्नोई की बढ़ी मुश्किल, प्रोडक्शन वारंट पर गैंगस्टर को लेकर जयपुर रवाना हुई राजस्थान पुलिस

Kanpur Fire: मां-बेटी के शवों को लेकर परिजन रवाना, बिठूर में होगा अंतिम संस्कार